IndiGo का बड़ा फैसला: अंतरराष्ट्रीय एक्सपर्ट करेंगे फ्लाइट संकट की जांच, जल्द सामने आएगी पूरी सच्‍चाई

IndiGo Flight Cancellation Crisis: इंडिगो ने दिसंबर में हुए बड़े फ्लाइट कैंसिलेशन मामले की जड़ तक पहुँचने के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की नियुक्ति की है। जानें क्या होगी जांच, किसे जिम्मेदारी मिली और DGCA की जांच कहाँ तक पहुँची है।

Updated On 2025-12-12 18:19:00 IST

इंडिगो ने फ्लाइट कैंसिलेशन मामले की जड़ तक पहुँचने के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की नियुक्ति की है।

IndiGo Flight Cancellation: भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo ने दिसंबर माह में हुई बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसिलेशन की घटनाओं की स्वतंत्र जांच कराने का फैसला किया है। एयरलाइन ने घोषणा की है कि बोर्ड ने एक विशेष कंसल्टिंग फर्म Chief Aviation Advisors LLC को नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है, जो परिचालन बाधाओं की जड़ तक पहुँचकर विस्तृत रिपोर्ट देगी।

जॉन इल्सन करेंगे जांच का नेतृत्व

इस विशेषज्ञ टीम का नेतृत्व कैप्टन जॉन इल्सन करेंगे, जिनके पास FAA, ICAO, IATA और कई वैश्विक एयरलाइंस में 40 वर्षों से अधिक का अनुभव है। इंडिगो का कहना है कि इल्सन वैश्विक विमानन रणनीति, सुरक्षा नेतृत्व, मानक निर्धारण और नई टेक्नोलॉजी के विशेषज्ञ हैं।

Crisis Management Group की सिफारिश पर लिया गया फैसला

दिसंबर के पहले सप्ताह में हजारों यात्रियों की परेशानी बढ़ाने वाले फ्लाइट कैंसिलेशन के बाद Indigo Board ने Crisis Management Group (CMG) बनाया था। इसी CMG की रिपोर्ट के बाद स्वतंत्र जांच के लिए विशेषज्ञ टीम को नियुक्त करने का फैसला लिया गया।


जांच के बाद बोर्ड को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

विशेषज्ञ टीम इंडिगो की हालिया फ्लाइट बाधाओं की root cause analysis करेगी। इस जांच का मकसद- असली वजहों का पता लगाना, भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों को रोकना और परिचालन सुधार के कदम सुझाना है। कंपनी ने बताया कि समीक्षा जल्द शुरू होगी और विशेषज्ञ टीम एक विस्तृत रिपोर्ट बोर्ड को सौंपेगी।

DGCA और मिनिस्ट्री की जांच भी तेज

इस बीच DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय भी इस बड़े व्यवधान पर अपनी जांच आगे बढ़ा रहे हैं। भारी संख्या में कैंसिलेशन और यात्रियों की कठिनाइयों के चलते एयरलाइन पर सवाल उठे थे।

इंडिगो ने स्वीकारे शुरुआती कारण

एयरलाइन पहले ही बता चुकी है कि बाधाओं की शुरुआत FDTL (Flight Duty Time Limitations) के नए संशोधनों के लागू होने के बाद हुई। इसके साथ ही छोटे-मोटे तकनीकी मुद्दे, शेड्यूल बदलाव और प्रतिकूल मौसम जैसे अन्य कारण भी सामने आए।

यात्रियों की मुश्किलें और आगे का रास्ता

2 दिसंबर से शुरू हुई इस कैंसिलेशन ने देश के कई बड़े एयरपोर्ट्स पर अफरातफरी मचाई। अब जब जांच शुरू होने वाली है, उम्मीद है कि इंडिगो यात्री अनुभव सुधारने और परिचालन स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करेगा।

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