नए साल के स्वागत में बरसेंगे बादल: उत्तर भारत में बारिश का अलर्ट और शीतलहर का डबल अटैक
पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के कारण नए साल की शुरुआत कड़ाके की ठंड और ठिठुरन के साथ होगी।
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में भी नमी बढ़ने के कारण हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
नई दिल्ली : दिसंबर का आखिरी सप्ताह देश के मौसम में बड़ा उलटफेर लेकर आया है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के साथ बारिश का दौर शुरू होने जा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, इस साल का अंत और नए साल 2026 की शुरुआत भीगते हुए होगी, जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है।
दिल्ली-NCR में कोहरे और बारिश की जुगलबंदी
राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों जैसे नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में आज सुबह से ही घने कोहरे की चादर छाई हुई है।
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आज देर शाम या रात से हल्की बूंदाबांदी शुरू हो सकती है। 29 और 30 दिसंबर को मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है, जिससे न्यूनतम तापमान गिरकर 6 से 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। प्रदूषण से राहत तो मिलेगी, लेकिन ठिठुरन बढ़ने वाली है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में मौसम का मिजाज
यूपी के पश्चिमी जिलों से लेकर पूर्वांचल और बिहार के मैदानी इलाकों तक मौसम तेजी से बदल रहा है। लखनऊ, कानपुर और पटना में आज बादल छाए रहेंगे।
अगले 48 घंटों के भीतर इन राज्यों के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। पछुआ हवाओं के चलने से गलन बढ़ेगी, जो नए साल के पहले हफ्ते तक जारी रहने की उम्मीद है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश में बढ़ेगी कनकनी
राजस्थान के चुरू, बीकानेर और सीकर जैसे इलाकों में पारा पहले से ही जमाव बिंदु के करीब है। अब बारिश के अलर्ट ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, हालांकि यह बारिश रबी की फसलों के लिए फायदेमंद भी मानी जा रही है।
मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में भी बादलों की आवाजाही के साथ ठंडी हवाएं चलेंगी, जिससे दिन के तापमान में 3 से 4 डिग्री की कमी आने का अनुमान है।
पहाड़ों पर बर्फबारी और पूर्वोत्तर में बारिश
पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी का सिलसिला जारी है। इसका सीधा असर मैदानी इलाकों की सर्दी पर पड़ रहा है।
वहीं, पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में भी नमी बढ़ने के कारण हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे पहाड़ी इलाकों की यात्रा करते समय मौसम की ताजा अपडेट जरूर लें, क्योंकि बर्फबारी के कारण रास्ते बंद होने की स्थिति बन सकती है।