संसद में हंगामे पर गुलाम नबी आजाद की नाराजगी

Parliament winter session 2025 live updates: डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने संसद के शीतकालीन सत्र में लगातार हो रहे हंगामे पर चिंता जताते हुए कहा- “सदन चल ही नहीं रहा है। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि संसद को हर हाल में चलना चाहिए।

संसद इसलिए बनाई गई है ताकि जनता की आवाज वहां गूंज सके। किसान बैठा इंतजार करता है कि उसकी फसल के दाम, कर्ज माफी या न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चर्चा होगी। मजदूर को उम्मीद रहती है कि उसकी मजदूरी, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा की बात उठेगी। गरीब व्यक्ति को लगता है कि महंगाई, बेरोजगारी या उसकी सब्सिडी पर कोई बोलेगा। लेकिन जब सदन चलता ही नहीं, तो लोगों का भरोसा टूटता है।

सबसे बड़ी बात यह है कि जब विपक्ष वॉकआउट कर के चला जाता है, तो वह अनजाने में सरकार की मदद ही करता है, उसका विरोध नहीं। क्योंकि जैसे ही विपक्ष बाहर चला जाता है, सदन में बिल के खिलाफ बोलने वाला कोई नहीं बचता और बिल बिना बहस के आसानी से पास हो जाते हैं। इस तरह वॉकआउट करने से सरकार को खुला मैदान मिल जाता है।”


Update: 2025-12-01 08:39 GMT

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