कौन हैं प्रभाकर राघवन?: जिन्हें Google ने बनाया चीफ टेक्नोलॉजिस्ट; सैलरी पैकेज जानकर उड़ जाएंगे होश 

Prabhakar Raghavan: IIT मद्रास से गूगल के चीफ टेक्नोलॉजिस्ट तक का सफर पूरा करने वाले प्रभाकर राघवन का टेक्नोलॉजी फील्ड में 2 दशक से ज्यादा का प्रभावशाली सफर रहा है।

Updated On 2024-10-25 13:55:00 IST
Prabhakar Raghavan Google CTO

Prabhakar Raghavan: दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल (Google) ने भारतीय आईआईटीयन प्रभाकर राघवन को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पले-बढ़े राघवन IIT मद्रास के पूर्व छात्र रहे हैं। Google ने उन्हें चीफ टेक्नोलॉजिस्ट के पद पर नियुक्त किया है। प्रभाकर राघवन का सालाना सैलरी पैकेज 300 करोड़ रुपए है। तकनीकी जगत में राघवन का करियर 2 दशक से भी ज्यादा समय से प्रभावी रहा है। भोपाल से शुरुआती पढ़ाई से लेकर सिलिकॉन वैली में टॉप पोस्ट तक उनकी यात्रा काफी प्रेरणादायक रही है।

कौन हैं प्रभाकर राघवन?
प्रभाकर राघवन ने अपनी स्कूलिंग भोपाल के कैंपियन स्कूल से की और फिर IIT मद्रास से 1982 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री ली। इसके बाद राघवन कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, सांता बारबरा गए, जहां से मास्टर्स और फिर 1986 में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी बर्कले से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की।

Google में किस पोस्ट पर थे राघवन?
प्रभाकर राघवन Google में चीफ टेक्नोलॉजिस्ट बनने से पहले, कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर Google Search, Assistant, Geo, Ads, Commerce और Payments डिपार्टमेंट्स को लीड कर रहे थे। Google के CEO सुंदर पिचाई ने कहा, “प्रभाकर ने अपने करियर में नया अध्याय शुरू करने का निर्णय लिया है। वे पिछले 12 वर्षों से कंपनी में कई टीमों का नेतृत्व कर रहे हैं और अब चीफ टेक्नोलॉजिस्ट की भूमिका में कंप्यूटर साइंस की अपनी जड़ों की ओर लौट रहे हैं।”

ऐसा रहा है Prabhakar Raghavan का करियर
64 वर्षीय प्रभाकर राघवन ने IBM से अपने करियर की शुरुआत की और सिलिकॉन वैली के अल्मेडन रिसर्च सेंटर में सीनियर मैनेजर के रूप में काम किया। 2005 में Yahoo! में शामिल होने से पहले वे वेरिटी में चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर थे। 2012 से वे Google में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

Google में AI को लेकर क्या है अप्रोच?
AI तकनीक को लेकर प्रभाकर राघवन का मानना है कि यह ट्रैफिक और वनाग्नि जैसी समस्याओं का हल निकालने में प्रभावी साबित हो सकती है। इसके अलावा, वे AI को सरकारी पारदर्शिता और सुधार में भी मददगार मानते हैं। Google के नए चीफ टेक्नोलॉजिस्ट के रूप में प्रभाकर राघवन का सफर उनकी असाधारण काबिलियत और मेहनत का प्रतीक है।

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