Monsoon 2024: स्काईमेट का अनुमान- इस साल 'सामान्य' रहेगा मानसून; बिहार, झारखंड समेत कुछ राज्यों में हो सकती है कम बारिश

प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट के अनुसार देश में इस साल मानसून 'सामान्य' रहेगा। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश की उम्मीद है। कुछ राज्यों में कम बारिश के आसार हैं।

Updated On 2024-04-09 13:55:00 IST
Skymet Monsoon Forecast 2024

Monsoon 2024: देश में इस साल मानसून के सामान्य रहने के आसार हैं। प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर ने मंगलवार (9 अप्रैल) को मानसून 2024 को लेकर अनुमान जारी किया। स्काईमेट के मुताबिक, इस वर्ष मानसून लंबी अवधि (एलपीए) के 96-104% पर सामान्य रहने की उम्मीद है। एजेंसी की मानें तो मानसूनी गतिविधियों में खलल डालने वाला अल नीनो प्रभाव अब तेजी से ला नीना में बदल रहा है। जिसके चलते मानसून सर्कुलेशन में मजबूती आएगी। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश का उम्मीद है।   

लंबी अवधि में 868.6 मिमी बारिश की उम्मीद  
स्काईमेट वेदर ने मानसून की भविष्यवाणी में आगे बताया कि देश में मानसून जून से सितंबर तक (4 महीने) की लंबी अवधि के लिए 868.6 मिमी के औसत के मुकाबले 102% (+/- 5% की एरर मार्जिन के साथ) 'सामान्य' रहेगा। इससे पहले एजेंसी ने 12 जनवरी को भी मानसून का पूर्वानुमान जारी किया था। इसमें स्काईमेट ने 'सामान्य' मानसून रहने की बात कही थी। अब दूसरे पूर्वानुमान में भी इसे जारी रखी गया है।

अल नीनो तेजी से ला नीना में बदल रहा: जतिन सिंह 
स्काईमेट के एमडी जतिन सिंह ने कहा- अल नीनो तेजी से ला नीना में बदल रहा है। जिससे ला नीना के दौरान मानसून सर्कुलेशन मजबूत हुआ है। इसके अलावा, सुपर अल नीनो से मजबूत ला नीना में परिवर्तन से ऐतिहासिक तौर पर अच्छी मानसूनी परिस्थितियां बनी हैं। हालांकि, मानसून सीजन अल नीनो के बाकी असर से कुछ जोखिमों के साथ शुरू हो सकता है। सीज़न के दूसरे फेज में शुरुआती फेज की तुलना में मानसून तेजी से आगे बढ़ेगा।

जुलाई-अगस्त में 4 से 6 राज्यों में कम बारिश होगी
स्काईमेट ने मानसून पूर्वानुमान में भारत के दक्षिण, पश्चिम और उत्तर-पश्चिमी इलाकों में अच्छी बारिश की उम्मीद जताई है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के मुख्य वर्षा आधारित क्षेत्र में पर्याप्त बारिश होगी। इसके साथ ही जुलाई और अगस्त में मानसून पीक के दौरान बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत पूर्वी राज्यों में कम बारिश का अंदेशा जताया गया है। सीजन के पहले फेज में पूर्वोत्तर भारत में इस साल कम वर्षा का अनुमान है। 

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