Mahindra Export: कंपनी देश के बाहर अपनी BE 6 और XEV 9e को करेगी एक्सपोर्ट; रिवाइज्ड वर्जन बनाने का प्लान
महिंद्रा देश की ऐसी कंपनी बन गई है जिसे पिछले कुछ महीने में बहुत तेजी से ग्रोथ मिली है। ये टाटा और हुंडई जैसी कंपनियों को पीछे छोड़ नंबर-2 की पोजीशन भी हथिया चुकी है।
Mahindra looking to export BE 6, XEV 9e to UK, Europe: महिंद्रा देश की ऐसी कंपनी बन गई है जिसे पिछले कुछ महीने में बहुत तेजी से ग्रोथ मिली है। ये टाटा और हुंडई जैसी कंपनियों को पीछे छोड़ नंबर-2 की पोजीशन भी हथिया चुकी है। खास बात ये है कि ये देश की सबसे बड़ी SUV बेचने वाली कंपनी भी है। वैसे, देश के साथ विदेशी बाजारों में भी महिंद्रा का दबदबा देखने को मिलता है। कंपनी अभी दक्षिण अफ्रीका, मध्य-पूर्व, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, फिलीपींस और नेपाल जैसे देशों में अपना कारोबार कर रही है।
SUV के रिवाइज्ड वर्जन आएंगे
यूरोप और यूके में महिंद्रा का एक डिजाइन स्टूडियो है। ये ऐसे बाजार हैं जिनका अभी तक दोहन नहीं हुआ है। ऑटोकार की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी यूके के लिए BE 6 और XEV 9e के स्पेसिफिक वैरिएंट पर काम कर रही है। इस परियोजना को स्पेशल कोड दिए गए हैं। हालांकि, अभी इसके बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है। ये SUV या तो BE 6 और XEV 9e के रिवाइज्ड वर्जन हो सकते हैं। या फिर अलग-अलग बॉडी स्टाइल वाले मॉडल में काफी बदलाव किए जा सकते हैं। हालांकि, ये उसी INGLO प्लेटफॉर्म पर बेस्ड होंगे।
यूके बाजार में EV की 80% हिस्सेदारी
यूरोपीय संघ और यूके की इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए अग्रेसिव योजनाएं हैं, जहां यूरोपीय संघ 2035 तक नई कारों और वैन से शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य रखता है। जबकि यूके का लक्ष्य कुल कार बिक्री में इलेक्ट्रिक व्हीकल की हिस्सेदारी 80% करना है। BYD, लीपमोटर, MG मोटर और हवल जैसी चीनी कंपनियां पहले ही अपने अफॉर्डेबल प्रोडक्ट के साथ यूके में एंट्री कर चुकी हैं। तकनीकी रूप से मजबूत, लेकिन प्राइस-ड्राइव प्रोडक्ट के साथ, महिंद्रा की इलेक्ट्रिक व्हीकल की नई रेंज यहीं से उम्मीद जगा सकती है। भारत-यूके FTA निर्यात को भी आसान बनाएगा, जिससे प्राइस प्रोपोशन में वृद्धि होगी।
नए NU-IQ बेस्ड प्रोडक्ट आएंगे
यूरोप की अग्रेसिव इलेक्ट्रिक व्हीकल की योजनाओं के बावजूद, दुनिया के बाकी हिस्सों की तरह इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री उम्मीद के मुताबिक तेज नहीं रही है। कई ब्रांड ICE प्रोग्राम पर फिर से विचार कर रहे हैं। यहां तक कि मर्सिडीज भी BMW के साथ फोर-सिलेंडर पेट्रोल इंजन के इस्तेमाल के लिए बातचीत कर रही है। यहीं पर महिंद्रा के नए NU-IQ बेस्ड प्रोडक्ट आते हैं। यह प्लेटफॉर्म एक मॉड्यूलर और लचीला प्लेटफॉर्म है, जो ICE, इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड सहित कई पावरट्रेन ऑप्शन को समायोजित करने में कैपेबल है। यूके और यूरोप को निर्यात की संभावनाओं के बारे में कंपनी ने इस ओर इशारा किया।
NCAP में बेहतर हो रही महिंद्रा कार
महिंद्रा के ऑटोमोटिव बिजनेस के प्रेसिडेंट आर वेलुसामी ने कहा, "यह प्लेटफॉर्म पहले से ही ऑस्ट्रेलियाई NCAP और भारत NCAP के अलावा, कड़े यूरोपीय NCAP मानदंडों के लिए डिजाइन किया गया है। हालांकि, ऐसा लगता है कि पूर्वी यूरोप महिंद्रा के लिए पहले से ही एक आसान बाजार होगा, लेकिन यूके को टारकेट करने के अपने फायदे हैं। यह ब्रांड को अपने प्रोडक्ट को ग्राहकों की बढ़ती डिमांड और नियामक मानदंडों के अनुसार डिजाइन करने के लिए मजबूर करेगा।
(मंजू कुमारी)