Car Headlights: वाहनों में लगी एलईडी हेडलाइट से दिक्कत, अब यूरोपियन टेक्नोलॉजी से मिलेगी राहत
तेज हेडलाइट्स से सामने वाले वाहन चालक को परेशानी न हो, इसके लिए यूरोप में एडैप्टिव हेडलाइट्स इस्तेमाल की जा रही हैं। यह लाइट्स सामने वाले वाहन को पहचानकर ऑटोमैटिक रोशनी कम कर देती हैं।
वाहनों में लगी एलईडी हेडलाइट से दिक्कत
Car Headlights: आजकल रात में ड्राइव करते समय तेज हेडलाइट्स से होने वाली दिक्कत लगभग हर चालक की आम शिकायत बन चुकी है। पहले जहां कारों की हेडलाइट्स हल्की पीली रोशनी देती थीं, अब LED और लेज़र तकनीक ने उन्हें बेहद चमकीली सफेद-नीली रोशनी में बदल दिया है। यह रोशनी गाड़ी चलाने वाले के लिए तो सड़क को स्पष्ट दिखाती है, लेकिन सामने से आने वाले वाहन के ड्राइवर को कुछ क्षणों के लिए बिल्कुल अंधा-सा कर सकती है।
नई तकनीक, नए झंझट
LED और लेज़र हेडलाइट्स ऊर्जा-कुशल हैं और कार को मॉडर्न लुक देती हैं, इसलिए ऑटो कंपनियां इन्हें तेजी से अपना रही हैं। छोटी कारों में इनकी रोशनी किसी हद तक नियंत्रित रहती है, लेकिन बड़े SUVs और पिकअप ट्रकों की ऊँचाई के कारण यह सीधी सामने वाले की आंखों में पड़ जाती है। बारिश या कोहरे में यह समस्या और भी बढ़ जाती है, क्योंकि चमक सड़क और साइनबोर्ड से टकराकर कई गुना अधिक चकाचौंध पैदा करती है।
समस्या हर जगह एक जैसी
ध्यान देने वाली बात यह है कि यह परेशानी किसी एक क्षेत्र, शहर या उम्र तक सीमित नहीं है। भारत ही नहीं, दुनिया भर के ड्राइवर अब एक ही मुद्दा उठा रहे हैं—हेडलाइट्स जरूरत से ज्यादा तेज हो चुकी हैं। ऑनलाइन फोरम पर कई लोग रात में लंबी ड्राइव को थकाने वाला और तनाव बढ़ाने वाला अनुभव बताते हैं। लगातार तेज रोशनी आंखों पर दबाव डालती है और सुरक्षित ड्राइविंग को मुश्किल बना देती है।
क्या हो सकता है समाधान?
सौभाग्य से तकनीकी समाधान मौजूद हैं। यूरोप में उपयोग की जाने वाली एडैप्टिव हेडलाइट्स सामने आने वाले वाहन को पहचानकर अपने आप रोशनी कम कर देती हैं या बीम की दिशा बदल देती हैं। इससे ड्राइवर को भी साफ दृश्य मिलता है और सामने वाले को भी कोई असुविधा नहीं होती।
भारत में इन तकनीकों को व्यापक रूप से आने में समय लगेगा। तब तक ड्राइवर कुछ सरल सावधानियां जरूर अपनाएं—हेडलाइट की सही एलाइमेंट कराना, लेंस साफ रखना और हाई बीम का जरूरत से ज्यादा उपयोग न करना।
संवेदनशीलता ही सबसे बड़ा समाधान
सड़क पर थोड़ी-सी संवेदनशीलता कई बड़ी समस्याओं को हल कर सकती है। अगली बार कोई सामने से हाई-बीम कम करने का संकेत दे, तो उसे अनदेखा न करें। छोटी-सी सावधानी और पारस्परिक समझ रात की ड्राइविंग को सभी के लिए अधिक सुरक्षित और आरामदायक बना सकती है।
(मंजू कुमारी)