Shukra Gochar: शुक्र का वृषभ राशि में मंगलमय प्रवेश, 29 जून से सभी 12 राशियों पर पड़ेगा प्रभाव

Shukra Gochar: 29 जून 2025, दोपहर 2:08 बजे शुक्र ग्रह वृष राशि में प्रवेश करेंगे और 26 जुलाई, सुबह 8:56 बजे तक इसी राशि में रहेंगे, फिर मिथुन में गोचर करेंगे।

Updated On 2025-06-28 15:15:00 IST

Shukra Gochar: 29 जून 2025, दोपहर 2:08 बजे शुक्र ग्रह वृष राशि में प्रवेश करेंगे और 26 जुलाई, सुबह 8:56 बजे तक इसी राशि में रहेंगे, फिर मिथुन में गोचर करेंगे। शुक्र, वृष और तुला राशियों के स्वामी हैं, इसलिए इनका गोचर इन पर विशेष प्रभाव डालेगा। आइए देखें अन्य राशियों पर क्या असर होगा और किस समय क्या उपाय करें?

मेष राशि

  • गोचर स्थान: द्वितीय भाव (धन, स्वभाव)
  • प्रभाव: आर्थिक फायदा, सांसारिक सुखों में वृद्धि। पशुपालन और मिट्टी से जुड़े कार्यों में लाभ।
  • चेतावनी: शत्रु सक्रिय हो सकते हैं।
  • उपाय: मंदिर में 200 ग्राम गाय का घी दान करें या हल्दी रंग का 2 किलो आलू गाय को खिलाएं।

वृष राशि

  • गोचर स्थान: प्रथम भाव (स्वयं, शरीर)
  • प्रभाव: आपकी बातें मानी जाएँगी, स्वच्छता-शुद्धता पर ध्यान, संतान सुख, विवाह प्रस्ताव की संभावना, वाहन-संपत्ति सुख।
  • उपाय: सात विभिन्न अनाज (सतनाज) का दान करें।

मिथुन राशि

  • गोचर स्थान: बारहवां भाव (व्यय, शैय्या सुख)
  • प्रभाव: रचनात्मकता में वृद्धि, कविता या लेखन में रुचि, शांत रात वाली नींद, आर्थिक लाभ।
  • चेतावनी: सहयोग से बचें, स्वास्थ्य ध्यान रखें।
  • उपाय: घर की महिला हाथों से विराने में संस्कृति अनुसार घर में सफाई करें।

कर्क राशि

  • गोचर स्थान: ग्यारहवां भाव (लाभ, कामनाएं)
  • प्रभाव: इच्छाओं की पूर्ति, हाल की यादों का चिंतन, गुप्त कार्यों में रुचि, धन वृद्धि, तेज स्वरूप।
  • उपाय: मंदिर में इत्र चढ़ाएँ, इस्तेमाल के लिए रुमाल में हल्का परफ्यूम रखें।

सिंह राशि

  • गोचर स्थान: दसवां भाव (करियर, पिता)
  • प्रभाव: प्रशासनिक सफलता, पिता से मधुर संबंध, धन-आकर्षण, जीवनसाथी का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
  • उपाय: मंदिर में दही दान करें; संभव हो तो दही से बनी चीज़ें खाएं।

कन्या राशि

  • गोचर स्थान: नवां भाव (भाग्य, धर्म)
  • प्रभाव: भाग्य का साथ, मनचाही इच्छाओं की पूर्ति, धन-स्थिति मजबूत।
  • चेतावनी: लापरवाही से बचें।
  • उपाय: तीर्थ यात्रा करें और काली या लाल गाय की सेवा करें।

तुला राशि

  • गोचर स्थान: आठवां भाव (आयु, परिवर्तन)
  • प्रभाव: आपकी बात को सभी मानेंगे, वायदे निभेंगे, जीवनसाथी के स्वास्थ्य की विशेष देखभाल जरूरी।
  • चेतावनी: उधार लेने से बचें।
  • उपाय: प्रतिदिन मंदिर में सिर झुकाएं और ज्वार का दान करें।

वृश्चिक राशि

  • गोचर स्थान: सातवां भाव (जीवनसाथी, साझेदारी)
  • प्रभाव: जीवनसाथी के साथ भरपूर सहयोग, संतान की पढ़ाई पर ध्यान देना, यात्राओं की संभावना।
  • उपाय: 26 जुलाई तक गंदे नाले में एक नीला फूल डालने का नियमित उपाय करें।

धनु राशि

  • गोचर स्थान: छठा भाव (स्वास्थ्य, शत्रु)
  • प्रभाव: आर्थिक लाभ, भाई-बहनों की तरक्की, मित्रों से सहयोग, नए दोस्त बनेंगे, स्वास्थ्य सुधरेगा, शत्रु पीछे हटेंगे।
  • उपाय: परिवार की महिला सोने या गोल्डन रंग का हेयर क्लिप पहनें।

मकर राशि

  • गोचर स्थान: पांचवां भाव (बुद्धि, संतान, रोमांस)
  • प्रभाव: धार्मिक लगाव, पारिवारिक स्नेह बढ़ेगा।
  • चेतावनी: अधिक रोमांस नुकसान पहुंचा सकता है; संतानी सुख सीमित रहेगा।
  • उपाय: मंदिर या धर्मस्थल पर दूध का दान करें।

कुंभ राशि

  • गोचर स्थान: चौथा भाव (भूमि, वाहन, मां)
  • प्रभाव: घर, वाहन, जमीन-संपत्ति में सुधार, आर्थिक मुक्ति, सामाजिक सम्बंध मजबूत होंगे।
  • उपाय: 26 जुलाई तक प्रतिदिन कुएं में एक चुटकी हल्दी डालें।

मीन राशि

  • गोचर स्थान: तीसरा भाव (पराक्रम, भाई-बहन, यश)
  • प्रभाव: भाई-बहनों का सहयोग, कार्यों में तेजी, मनोदशा सकारात्मक रहेगी, नया विचार जन्म लेगा।
  • उपाय: महिलाओं का आदर करें, देर रात जागने से बचें।


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