Jyeshtha Month 2024: ज्येष्ठ महीने में मनाई जायेगी विनायक चतुर्थी, पढ़े इस माह के व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट

सनातन धर्म में ज्येष्ठ महीने में दान का विशेष महत्त्व माना गया है। कहते है ऐसा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इस बार ज्येष्ठ महीने में गंगा सप्तमी, सीता नवमी समेत

By :  Desk
Updated On 2024-05-13 21:18:00 IST
सनातन धर्म में ज्येष्ठ महीने में दान का विशेष महत्त्व माना गया है।

Jyeshtha Month 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार अभी वैशाख का महीना चल रहा है। इसके बाद ज्येष्ठ का हिंदी माह शुरू हो जाएगा। इसकी शुरुआत 24 मई से होगी और समापन 23 जून को होगा। सनातन धर्म में ज्येष्ठ महीने में दान का विशेष महत्त्व माना गया है। कहते है ऐसा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इस बार ज्येष्ठ महीने में गंगा सप्तमी, सीता नवमी समेत कई सारे हिंदू त्यौहार आने वाले है। चलिए जानते है इस माह के सभी व्रत और त्योहार। 

ज्येष्ठ माह 2024 के व्रत और त्यौहार 
(Jyestha Month 2024 Vrat and Festival List)

- ज्येष्ठ महीने की शुरुआत के दिन अर्ताथ 24 मई 2024 को 'नारद जयंती' हैं। 

- 26 मई 2024 को 'संकष्टी चतुर्थी' मनाई जायेगी। 

- ज्येष्ठ माह का पहला बड़ा मंगल 28 मई 2024 को पड़ रहा है। 

- पंचक की शुरुआत 29 मई 2024 से होने जा रही है। 

- 2 जून 2024 को 'अपरा एकादशी' मनाई जायेगी। 

- मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत 4 जून 2024 को पड़ रहा है। 

- 6 जून 2024 को ज्येष्ठ अमावस्या, वट सावित्री व्रत और शनि जयंती है। 

- 9 जून 2024 को 'महाराणा प्रताप जयंती' मनाई जायेगी। 

- 10 जून 2024 को 'विनायक चतुर्थी' व्रत रखा जाएगा। 

- 14 जून 2024 को 'धूमावती जयंती' मनाई जायेगी। 

- 15 जून 2024 को मिथुन संक्रांति और महेश नवमी मनाई जायेगी। 

- 16 जून 2024 को 'गंगा दशहरा' मनाया जाएगा। 

- 17 जून 2024 को 'गायत्री जयंती' मनाई जायेगी। 

- 18 जून 2024 को 'निर्जला एकादशी' व्रत रखा जाएगा। 

- 19 जून 2024 को ज्येष्ठ माह का दूसरा प्रदोष व्रत रखा जाएगा। 

- 22 जून 2024 को ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत, वट पूर्णिमा व्रत और कबीर दास जयंती हैं। 

ज्येष्ठ महीने का महत्व और जरुरी काम 
(Jyestha Month Mahatv or Karya) 

हिंदू कैलेंडर के अनुसार ज्येष्ठ माह का स्वामी मंगल है। यह माह विष्णु का अतिप्रिय माना जाता है। इस महीने में मां गंगा और पवनपुत्र हनुमान जी की पूजा करने का विधान है। इस महीने में दान करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। तेज गर्मी के इस माह में पशु-पक्षियों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करें। 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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