Holashtak 2025: कब से शुरू हो रहे हैं होलाष्टक, नोट करें तिथि और जानें इस दौरान शुभ कार्य क्यों है वर्जित

रंगों का त्यौहार होली हिंदू धर्म में दूसरा सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। यह महोत्सव अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 2025 में होलिका दहन 13 मार्च

By :  Desk
Updated On 2025-02-06 07:37:00 IST
होलाष्टक में विवाह, सगाई, मुंडन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान भूलकर भी नहीं किये जाते है।

Holashtak 2025 Start Date: रंगों का त्यौहार होली हिंदू धर्म में दूसरा सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। यह महोत्सव अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 2025 में होलिका दहन 13 मार्च गुरुवार और धूलेड़ी 14 मार्च शुक्रवार को मनाई जायेगी। हिंदू धार्मिक परंपरा के अनुसार, होलिका दहन से करीब एक महीने पहले होली का डांडा गाड़ दिया जाता है। वहीं होली से 8 दिन पहले होलाष्टक लगते है, जिसमें शुभ कार्य करना वर्जित होता है। 

आपकी जानकारी के लिए बता दें, होलाष्टक वह समय अवधि है जिसमें विवाह, सगाई, मुंडन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान भूलकर भी नहीं किये जाते है। कहा जाता है कि, इस अवधि में जो भी पुण्य कार्य किये जाते है, वे व्यर्थ हो जाते है और ईश्वर वरदान भी नहीं मिलता है। होलाष्टक के आठ दिनों की शुरुआत प्रतिवर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होती है। इस वर्ष यह तिथि कब पड़ेगी और होलाष्टक के दौरान शुभ कार्य क्यों वर्जित है? चलिए जानते हैं- 

कब से शुरू है होलाष्टक 2025

वैदिक पंचांग के मुताबिक, इस वर्ष 2025 में होलाष्टक की शुरुआत 07 मार्च शुक्रवार से हो रही है। वहीं इसका समापन 13 मार्च गुरुवार को होलिका दहन के साथ होगा। इसी दिन से होली का तीन दिवसीय पर्व भी प्रारंभ हो जाएगा। 

होलाष्टक के दौरान शुभ कार्य क्यों नहीं करते हैं? 

सनातन धार्मिक शास्त्रों में बताया गया है कि, होलाष्टक अवधि के दौरान सभी आठ ग्रह अशुभ रहते हैं। यह समय अवधि किसी भी मंगलकारी कार्य के अनुकूल नहीं होती है। इसलिए इस दौरान किया जाने वाला कोई भी शुभ कार्य सिर्फ बाधा को जन्म देता है। इसलिए होलाष्टक के दौरान शुभ कार्य करना वर्जित है। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।
 

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