Mangla Gauri Vrat 2024: सावन के पहले मंगला गौरी व्रत पर बन रहे कई दुर्लभ योग, इन मुहूर्त में करें मां पार्वती की पूजा

सावन के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। यह व्रत मां पार्वती को समर्पित है। इस सावन कुल 4 मंगला गौरी व्रत पड़ रहे है। इसमें पहला मंगला गौरी व्रत 23 जुलाई 2024, द

By :  Desk
Updated On 2024-07-22 23:27:00 IST
मंगला गौरी व्रत के दिन इन शुभ योगों में पूजा करने से भक्ति का दोगुना लाभ मिलता है।

Mangla Gauri Vrat 2024: सावन के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। यह व्रत मां पार्वती को समर्पित है। इस सावन कुल 4 मंगला गौरी व्रत पड़ रहे है। इसमें पहला मंगला गौरी व्रत 23 जुलाई 2024, दूसरा मंगला गौरी व्रत 30 जुलाई 2024, तीसरा मंगला गौरी व्रत 6 अगस्त 2024 और चौथा मंगला गौरी व्रत 13 अगस्त 2024 को रखा जाएगा। इस सावन पहले मंगला गौरी व्रत पर कई दुर्लभ संयोग बन रहे है। चलिए जानते है उसके प्रभाव के बारे में। 

पहले मंगला गौरी व्रत पर बन रहे ये योग
(First Mangla Gauri Vrat Shubh Yog) 

सावन 2024 के पहले मंगलवार को पड़ने वाले मंगला गौरी व्रत के दिन कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इसमें द्विपुष्कर योग, आयुष्मान योग, अभिजीत मुहूर्त, गर और वणिज कारक प्रमुख है। ज्योतिष के अनुसार मंगला गौरी व्रत के दिन इन शुभ योगों में पूजा करने से भक्ति का दोगुना लाभ मिलता है। 

  • द्विपुष्कर योग : इस योग में किए गए कार्यों का साधकों को दोगुना लाभ प्राप्त होता है। सावन के पहले मंगलवार को द्विपुष्कर योग का निर्माण ब्रह्म बेला में 05 बजकर 54 मिनट पर होगा और इसका समापन सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर होगा। 
  • आयुष्मान योग : सावन के पहले मंगलवार को ज्योतिष के अनुसार आयुष्मान योग निर्मित हो रहा है। इसका प्रभाव दोपहर 02 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। 
  • अभिजीत मुहूर्त :  सावन के पहले मंगलवार को ज्योतिष के अनुसार अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 07 मिनट से लेकर 01 बजे तक रहेगा। 
  • वणिज कारक: सावन के पहले मंगलवार पर वणिज करण योग बन रहा है। शिव-पार्वती पूजा के लिए यह सबसे उत्तम योग माना जाता है। 

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