3 September 2025 Ka Panchang: यहां जानें आज का पंचांग, शुभ मुहूर्त, शुभ योग; नक्षत्र और राहुकाल
3 September 2025 Ka Panchang: यहां पढ़ें बुधवार (3 सितंबर 2025) भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का पंचांग, शुभ मुहूर्त, शुभ योग; नक्षत्र और राहुकाल।
3 September 2025 Ka Panchang: हिंदू पंचांग के अनुसार, आज बुधवार 3 सितंबर 2025 को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। आज का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष है क्योंकि आज परिवर्तिनी एकादशी भी है। यहां जानें ज्योतिषाचार्य डॉक्टर मनीष गौतम जी महाराज से आज का पंचांग।
आज का पंचांग
हिंदू मास: भाद्रपद (शुक्ल पक्ष)
तिथि: एकादशी (04:22 AM तक), इसके बाद द्वादशी
वार: बुधवार
शक संवत: 1947, विश्वावसु
विक्रम संवत: 2082, कालयुक्त
आज का विशेष पर्व/व्रत
परिवर्तिनी एकादशी
यह एकादशी विशेष रूप से विष्णु उपासकों के लिए शुभ मानी जाती है। आज के दिन भगवान विष्णु के 'योगनिद्रा' में करवट लेने का पावन समय होता है, इसलिए इसे 'परिवर्तिनी' या 'जलझूलनी' एकादशी कहा जाता है। व्रत रखने से पापों का नाश और पुण्य की प्राप्ति होती है।
तिथि और मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ: 3 सितंबर को 03:53 AM से
एकादशी तिथि समाप्त: 4 सितंबर को 04:22 AM तक
द्वादशी तिथि: 4 सितंबर, सुबह 4:22 AM के बाद
नक्षत्र और योग
नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा (11:08 PM तक), इसके बाद उत्तराषाढ़ा
योग: आयुष्मान (04:17 PM तक), फिर सौभाग्य
करण: वणिज (04:13 PM तक), फिर विष्टि
सूर्य और चंद्रमा का गोचर
सूर्योदय: 6:13 AM
सूर्यास्त: 6:38 PM
सूर्य राशि: सिंह
चंद्रमा राशि: सुबह 05:21 AM तक धनु, फिर मकर राशि में प्रवेश करेगा
चंद्रोदय: 3:42 PM
चंद्रास्त: 2:26 AM (4 सितंबर)
शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat Today)
अमृत काल: 06:04 PM से 07:45 PM
ब्रह्म मुहूर्त: 04:37 AM से 05:25 AM
गोधूलि मुहूर्त: 06:31 PM से 06:55 PM
प्रदोष काल: 06:31 PM से 07:41 PM
निशिता काल: 11:17 PM से 12:09 AM (4 सितंबर)
विजय मुहूर्त: 02:10 PM से 03:03 PM
अभिजीत मुहूर्त आज उपलब्ध नहीं है।
अशुभ समय
राहु काल: 12:26 PM से 01:59 PM
यम गण्ड: 07:46 AM से 09:19 AM
गुलिक काल: 10:53 AM से 12:26 PM
दुर्मुहूर्त: 12:01 PM से 12:50 PM
वर्ज्यम: 07:58 AM से 09:39 AM
गण्डमूल नक्षत्र: पूरे दिन
क्या करें, क्या न करें?
क्या करें
आज नए वस्त्र, आभूषण, वाहन या प्रॉपर्टी खरीदने के लिए अच्छा दिन है।
कोई नया कार्य आरंभ करना हो, तो अमृत काल या गोधूलि मुहूर्त श्रेष्ठ रहेगा।
आज व्रत और पूजन करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
क्या न करें
राहु काल और यम गण्ड काल में कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ न करें।
गण्डमूल नक्षत्र होने से कुछ विशेष कार्यों में सावधानी रखें।
आज का संदेश
परिवर्तिनी एकादशी का यह दिन आत्मचिंतन, उपासना और संयम का प्रतीक है। आज व्रत, ध्यान और सत्संग में मन लगाएं। दिनभर सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी, विशेषकर यदि आप किसी धार्मिक कार्य से जुड़े हों।