29 July 2025 Aaj Ka Panchang: यहां जानें आज का पंचांग, शुभ मुहूर्त, शुभ योग; नक्षत्र और राहुकाल
29 July 2025 Aaj Ka Panchang: यहां पढ़ें मंगलवार (29 जुलाई 2025) सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का पंचांग, शुभ मुहूर्त, शुभ योग; नक्षत्र और राहुकाल।
29 July 2025 Ka Panchang: हिंदू पंचांग के अनुसार मंगलवार, 29 जुलाई 2025 को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है और इसी के साथ नाग पंचमी, भौम व्रत, मंगला गौरी व्रत, शिव योग, और रवि योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं। यह दिन पूजा-पाठ, व्रत और तंत्र-साधना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। यहां जानें ज्योतिषाचार्य डॉक्टर मनीष गौतम जी महाराज से आज का पंचांग, शुभ मुहूर्त, शुभ योग; नक्षत्र और राहुकाल।
नाग पंचमी 2025: पूजन मुहूर्त
इस वर्ष नाग पंचमी का पर्व प्रातः 06:14 बजे से 08:51 बजे तक मनाया जाएगा। पंचमी तिथि रात 12:46 बजे तक प्रभावी रहेगी। मान्यता है कि इस दिन नाग देवताओं की पूजा करने से शत्रु बाधा, सर्पदोष और कालसर्प योग जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
विशेष योग
शिव योग: आज रात 03:05 बजे तक रहेगा। यह योग शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है, खासतौर पर मंत्र सिद्धि और अध्यात्मिक साधना में सफलता मिलने की संभावना रहती है।
रवि योग: शाम 07:27 बजे से अगली सुबह 06:15 बजे (30 जुलाई) तक रहेगा। रवि योग में कोई भी शुभ कार्य शुरू करने से अच्छे फल मिलते हैं।
नक्षत्र और तिथि
नक्षत्र: आज शाम 07:28 बजे तक उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र रहेगा, जो कि पंचांग के अनुसार 12वां नक्षत्र है। यह नक्षत्र विवाह, सौंदर्य और सामाजिक कार्यों के लिए शुभ होता है।
आज का पंचांग (29 जुलाई 2025)
दिन: मंगलवार
तिथि: श्रावण शुक्ल पंचमी (रात्रि 12:46 बजे तक)
नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी (07:28 PM तक)
योग: शिव (रात 03:05 AM तक)
चंद्र राशि: सिंह
शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 04:47 AM – 05:30 AM
अभिजीत मुहूर्त: 12:19 PM – 01:11 PM
गोधूलि मुहूर्त: 07:15 PM – 07:37 PM
सायाह्न संध्या: 07:15 PM – 08:21 PM
अमृत काल: 11:42 AM – 01:25 PM
आज का राहुकाल
दिल्ली: 03:51 PM – 05:33 PM
मुंबई: 04:00 PM – 05:38 PM
लखनऊ: 03:35 PM – 05:15 PM
भोपाल: 03:45 PM – 05:25 PM
धार्मिक मान्यता और पूजन विधि
नाग पंचमी पर नागों को दूध अर्पित कर, कुशा और अक्षत से पूजा की जाती है। शिवलिंग पर भी जलाभिषेक कर नागों के रूप में विराजित शिव का पूजन किया जाता है। मंगलवार और श्रावण मास के योग में मंगला गौरी व्रत भी रखने की परंपरा है, जिसमें स्त्रियां अखंड सौभाग्य और सुख-शांति की कामना करती हैं।
अनिल कुमार