भारत आर्थिक समस्याओं से निपटने में सक्षम, बेहतर होगा कल : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने महंगाई को काबू में रखने में अपनी सरकार की विफलता को आज स्वीकार किया;

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा कीमतें बढ़ रही थीं, यही वजहें रहीं हैं जिनकी वजह से हमारे लिए कीमतों पर उतने प्रभावी ढंग से नियंत्रण कर पाना मुश्किल हुआ जितना की हम चाहते थे।’’ थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति नवंबर में 7.52 प्रतिशत रही जबकि खुदरा मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति इस दौरान बढ़कर 11.24 प्रतिशत हो गई।