लहर से बेअसर है राम की नगरी अयोध्या, कांग्रेस और सपा में मुख्य मुकाबला

नई दिल्ली.आम चुनाव में देश भर में जो भी दल अपनी लहर का दावा कर रहा हो, पर राम की अयोध्या में किसी भी लहर का फिलहाल कोई असर नही है। एक वक्त सूबाई से लेकर दिल्ली तक की सियासत में बवंडर का केंद्र रही अयोध्या तब भी शांत थी, और अब भी उसके मिजाज में तब्दीली नही आई है।
1984 के आम चुनाव के बाद फैजाबाद लोकसभा सीट पर किसी एक दल का पांव नही जम पाया। इससे पहले इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा था। फिलहाल, 2009 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद को कांग्रेस के ‘पंजे’ की पकड़ में लाने वाले निर्मल खत्री अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए एक बार फिर मैदान में हैं।
जबकि भाजपा ने पिछले दो बार से हार का सामना कर रहे लल्लू सिंह पर एक बार फिर भरोसा जताया है। 2012 के विधान सभा चुनाव में भी लल्लू को अयोध्या विधान सभा सीट पर मात मिल चुकी है।
वहीं, तीन बार अलग-अलग दलों के जरिए लोकसभा में फैजाबाद सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके मित्रसेन यादव सपा के टिकट पर चौथी बार संसद की दहलीज में दाखिल होने के लिए ताल ठोंक रहे हैं।
मित्रसेन 1989 में सीपीआई, 1998 में सपा व 2004 में बसपा के टिकट पर यहां से जीत चुके हैं। बसपा ने बाहुबली जितेन्द्र सिंह पर दांव लगाया है। फैजाबाद सीट पर फिलहाल मुख्य मुकाबला कांग्रेस व सपा के बीच है।
नीचे की स्लाइड्स मे पढ़िए, लहर से बेअसर है राम की नगरी अयोध्या-
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि और हमें फॉलो करें ट्विटर पर
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS