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Lok Sabha Elections 2024: गोवा की दो सीटों के साथ-साथ गुजरात की सभी 26 सीटों पर तीसरे फेज में वोट डाले जा रहे हैं। कर्नाटक के शेष 14 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है। इस फेज में मामा बनाम दादा, दिग्गज कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ क्रिकेटर युसूफ पठान का राजनीतिक डेब्यू और महाराष्ट्र में ननद बनाम भौजाई की लड़ाई दिलचस्प है।

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज में 11 राज्यों की 93 सीटों पर वोटिंग हो रही है। इस फेज में 1352 उम्मीदवार मैदान में हैं। गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान जैसे दिग्गज की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। 

गोवा की दो सीटों के साथ-साथ गुजरात की सभी 26 सीटों पर तीसरे फेज में वोट डाले जा रहे हैं। कर्नाटक के शेष 14 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है। इस फेज में मामा बनाम दादा, दिग्गज कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ क्रिकेटर युसूफ पठान का राजनीतिक डेब्यू और महाराष्ट्र में ननद बनाम भौजाई की लड़ाई दिलचस्प है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट.... 

गांधीनगर (गुजरात): अमित शाह बनाम सोनल रमणभाई पटेल
गुजरात का गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र बीजेपी का अहम गढ़ है। 1989 के बाद से भाजपा को लगातार जीत मिली है। भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी और 2019 के चुनाव में खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस सीट से चुनकर संसद पहुंचे थे। शाह ने 5 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी। शाह का मुकाबला महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सोनल रमणभाई पटेल से है।  

मैनपुरी (उत्तर प्रदेश) : डिंपल यादव VS जयवीर सिंह Vs शिव प्रसाद यादव
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी सीट से मौजूदा सांसद डिंपल यादव का मुकाबला भाजपा के जयवीर सिंह से है। शुरुआत में इस सीट पर आमने-सामने की लड़ाई थी। लेकिन बसपा से शिव प्रसाद यादव की एंट्री ने मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। 2022 में मुलायम सिंह यादव की मृत्यु के बाद हुए उपचुनाव में डिंपल यादव ने जीत हासिल की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में मुकाबला भाजपा और सपा तक ही सीमित था। जिसमें मुलायम सिंह यादव ने भाजपा के प्रेम सिंह शाक्य को हराया था। 

Sunetra Pawar
Sunetra Pawar

बारामती (महाराष्ट्र): सुप्रिया सुले Vs सुनेत्रा पवार
महाराष्ट्र के बारामती में सभी की निगाहें पवार परिवार की दरार पर टिकी हैं, क्योंकि शरद पवार गुट की सुप्रिया सुले का मुकाबला अपने ही चचेरे भाई अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार से है। 2009 के बाद से शरद पवार की बेटी और मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले ने इस निर्वाचन क्षेत्र से लगातार जीत हासिल की है। बारामती लंबे समय से शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा का गढ़ रहा है। 

शरद पवार 1967 में बारामती से विधायक बने थे। बाद के लोकसभा चुनावों में शरद पवार के समर्थित उम्मीदवार बारामती में विजयी हुए हैं। जिसमें 1991 में अजित भी शामिल थे। शरद पवार इस सीट से 6 बार सांसद रह चुके हैं। पिछले तीन बार से सुप्रिया सुले यहां सांसद चुनी जा रही हैं। 

शिवमोग्गा (कर्नाटक): बीवाई राघवेंद्र Vs गीता शिवराजकुमार vs केएस ईश्वरप्पा
कर्नाटक के शिवमोग्गा लोकसभा क्षेत्र में निलंबित भाजपा नेता केएस ईश्वरप्पा बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे और मौजूदा सांसद बीवाई राघवेंद्र और कांग्रेस उम्मीदवार गीता शिवराजकुमार से है। गीता कन्नड़ सुपरस्टार शिव राजकुमार की पत्नी और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सारेकोप्पा बंगारप्पा की बेटी।

आठ विधानसभा क्षेत्रों वाला यह संसदीय क्षेत्र 2009 से येदियुरप्पा परिवार के नियंत्रण में है। 2009 के आम चुनावों में बीवाई राघवेंद्र ने 4.82 लाख से अधिक वोटों के अंतर और 50.58 प्रतिशत वोट शेयर के साथ जीत हासिल की थी। 2014 में उन्होंने अपने पिता बीएस येदियुरप्पा के लिए सीट छोड़ दी, जिन्होंने 6 लाख से अधिक वोटों और 53.69 प्रतिशत वोट शेयर के साथ जीत हासिल की। 2019 में राघवेंद्र ने वापसी करते हुए 7.29 लाख से अधिक वोट और 56.86 प्रतिशत वोट शेयर के साथ शानदार जीत हासिल की।

yusuf pathan
yusuf pathan

बरहामपुर (पश्चिम बंगाल): युसूफ पठान Vs अधीर रंजन चौधरी
पश्चिम बंगाल का बेरहामपुर लंबे समय से कांग्रेस पार्टी का गढ़ रहा है। वर्तमान सांसद अधीर रंजन चौधरी 1999 से इस सीट से सांसद हैं। 2019 और 2014 दोनों लोकसभा चुनावों में चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उम्मीदवारों पर काफी अंतर से जीत हासिल की। बरहामपुर में चौधरी, भाजपा के निर्मल कुमार साहा और टीएमसी के पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।

अधीर रंजन चौधरी ने 2009 से 2019 तक लगातार तीन बार बरहामपुर में कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व किया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता ने 2016 के विधानसभा चुनावों में भी निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी सात विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की।

Shivraj Singh Chouhan
Shivraj Singh Chouhan

विदिशा (मध्य प्रदेश): शिवराज सिंह चौहान Vs भानु प्रताप शर्मा
मध्य प्रदेश के विदिशा में मुकाबला मामा और दादा के बीच है। शिवराज सिंह चौहान 20 साल बाद दोबारा विदिशा से चुनाव लड़ रहे हैं। 2005 में सीएम बनने से पहले वे यहां से 5 बार सांसद रह चुके हैं। यहां से पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और सुषमा स्वराज भी जीत चुकी हैं। 

भानु प्रताप 1980 और 1984 में यहां सांसद रह चुके हैं। हालांकि 1989 के बाद से विदिशा सीट पर लगातार बीजेपी के प्रतिनिधि जीतते रहे हैं। 

jyotiraditya scindia
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गुना (मध्य प्रदेश): ज्योतिरादित्य सिंधिया Vs कांग्रेस के राव यादवेंद्र सिंह यादव
कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के चार साल से अधिक समय बाद गुना में अपने परिवार के ऐतिहासिक गढ़ को फिर से हासिल करने के लक्ष्य के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया मैदान में हैं। 2019 में सिंधिया अपने पुराने साथी केपी सिंह से चुनाव हार गए थे। कांग्रेस ने सिंधिया परिवार के राजनीतिक विरोधी राव यादवेंद्र सिंह को उतारा है। राव 2023 तक भाजपा में थे। उनके पिता मुंगावली सीट से तीन बार भाजपा विधायक रहे हैं। यादवेंद्र 2023 में कांग्रेस के टिकट पर सिंधिया के करीबी बृजेंद्र सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 

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