याकूब मेमन मामले में बोले काटजू- ''न्याय का बनाया भद्दा मजाक''

याकूब मेमन मामले में बोले काटजू- न्याय का बनाया भद्दा मजाक
X
काटजू बोले जिस सबूत के आधार पर मेमन को दोषी करार दिया गया वह बेहत कमजोर है।

नई दिल्ली. याकूब मेमन मामले में एक्टर सलमान खान के बाद अब सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कन्डेय काटजू के बयान ने खासा विवाद खड़ा कर दिया है। दरअसल काटजू ने कहा कि याकूब के मामले में न्याय का भद्दा मजाक बनाया गया है।

इसे भी पढ़ें:- याकूब मेनन की फांसी में खर्च होंगे 22 लाख रूपए, तैयारियों में जुटा जेल प्रशासन

काटजू ने अपने बयान में कहा है कि अदालत के फैसले को ध्यान से पढ़ने के बाद उन्होंने पाया कि जिस सबूत के आधार पर मेमन को दोषी करार दिया गया वह बेहत कमजोर है। आगे जोड़ते हुए वह बोले कि यह सबूत सह-आरोपी का वापस लिया हुआ बयान और कथित बरामदगी है।

वापस लिए हुए बयानों के संदर्भ में उन्होंने कहा, हर कोई जानता है कि हमारे देश में पुलिस किसी तरह से यातना देकर बयान लेती है। काटजू ने आगे कहा कि यातना ऐसी खतरनाक चीज है जिस कारण कोई कुछ भी कुबूल कर लेगा। उन्होंने बरामदगी के बारे में कहा, याकूब मेमन के मामले में बयान को वापस ले लिया गया।
मुंबई में हुए 1993 के बम धमाकों के मामले में दोषी याकूब मेमन को 30 जुलाई को फांसी दी जानी है। जानकारी है कि उसी दिन उसका जन्मदिन भी है। फिलहाल मेमन नागपुर सेंट्रल जेल में बंद है। उसे विशेष टाडा अदालत ने मौत की सजा सुनाई जिसके खिलाफ उसकी सुधारात्मक याचिका को इस हफ्ते के शुरू में उच्चतम न्यायालय ने ठुकरा दिया।
मुंबई में 12 मार्च 1993 को हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में कम से कम 257 लोग मारे गए थे और 700 से अधिक घायल हो गए थे। इस मामले में मेमन एकमात्र दोषी है जिसकी मौत की सजा को उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा। सुधारात्मक याचिका खारिज होने के बाद मेमन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को एक दया याचिका भेजी। बता दें कि राष्ट्रपति उसकी दया याचिका पहले ही खारिज कर चुके हैं।
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि, हमें फॉलो करें ट्विटर और पिंटरेस्‍ट पर-

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story