दुनिया के सबसे अमीर शख्स की कहानी: लैरी एलिसन को चाचा-चाची गोद नहीं लेते तो क्या होता? मस्क को कैसे पछाड़ा? जानिए

दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति 2025: लैरी एलिसन ने एलन मस्क को पीछे छोड़ा
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में एक बार फिर उलटफेर देखने को मिला है। 9 सितंबर 2025 को सॉफ्टवेयर दिग्गज ओरेकल के शेयरों में 40% से अधिक का उछाल आया, जिसने इसके सह-संस्थापक लैरी एलिसन की संपत्ति को एक ही दिन में 101 अरब डॉलर बढ़ाकर 393 अरब डॉलर तक पहुंचा दिया।
इस ऐतिहासिक वृद्धि ने लैरी एलिसन को ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स में दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति बना दिया, जिसने टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क की 385 अरब डॉलर की संपत्ति को पीछे छोड़ दिया। यह एक दिन में संपत्ति की सबसे बड़ी वृद्धि का विश्व रिकॉर्ड भी था।
यह बदलाव न सिर्फ वित्तीय जगत में हलचल मचा रहा है, बल्कि टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते दबदबे को भी रेखांकित करता है, जो अरबपतियों की रैंकिंग को नया आकार दे रहा है।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, यह एलिसन की पहली बार दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने का क्षण था, जो मस्क के लगभग एक साल के वर्चस्व को समाप्त कर दिया। यह एक दिन की सबसे बड़ी संपत्ति वृद्धि का रिकॉर्ड भी है। अब जेहन में एक सवाल उठ रहा है कि लैरी एलिसन कौन हैं, जिन्होंने एक दिन में मस्क को पछाड़ दिया? जानिए एलिसन की जिंदगी, संघर्ष, उपलब्धियों और प्रेरणादायक सफर के बारे में।
प्रारंभिक जीवन: कठिनाइयों से भरा बचपन
लॉरेंस जोसेफ "लैरी" एलिसन का जन्म 17 अगस्त 1944 को न्यूयॉर्क शहर के ब्रॉन्क्स में हुआ। उनकी मां, फ्लोरेंस स्पेलमैन, एक अविवाहित 19 वर्षीय महिला थीं, जो आर्थिक तंगी और सामाजिक दबावों के कारण लैरी को पालने में असमर्थ थीं। जब लैरी केवल नौ महीने के थे, तब उन्हें निमोनिया हो गया। इस मुश्किल समय में उनकी मां ने उन्हें अपनी चाची लिलियन और चाचा लुई एलिसन को सौंप दिया, जो शिकागो में रहते थे। लिलियन और लुई ने लैरी को गोद लिया और उन्हें प्यार से पाला। लुई, एक रूसी अप्रवासी, ने अमेरिका में प्रवेश द्वार एलिस आइलैंड के सम्मान में अपना उपनाम "एलिसन" चुना था।
लैरी का बचपन शिकागो के मध्यमवर्गीय यहूदी परिवार में बीता। उनकी गोद ली हुई मां लिलियन उनके लिए एक मजबूत सहारा थीं, लेकिन पिता लुई के साथ उनके रिश्ते तनावपूर्ण रहे। लुई अक्सर लैरी को ताने मारते थे, कहते थे कि वह कभी कुछ नहीं बन पाएंगे। ये शब्द लैरी के मन में गहरे उतर गए और उनकी महत्वाकांक्षा को आग देने का काम किया।
साउथ शोर हाई स्कूल से 1962 में मैट्रिक पास करने के बाद लैरी ने इलिनोइस यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया, जहां वे मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते थे। लेकिन दूसरे वर्ष में लिलियन की कैंसर से मृत्यु ने उन्हें गहरा झटका दिया, और उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया। इसके बाद 1966 में वे शिकागो यूनिवर्सिटी गए, जहां भौतिकी और गणित के साथ-साथ कंप्यूटर डिजाइन से उनका पहला परिचय हुआ। लेकिन वहां भी वे केवल एक सेमेस्टर रहे। कॉलेज डिग्री के बिना ही लैरी ने अपनी राह बनाई, जो उनकी कहानी को और भी प्रेरणादायक बनाता है।
करियर की शुरुआत
ओरेकल का जन्म और तकनीकी क्रांति1966 में, 22 साल की उम्र में, लैरी कैलिफोर्निया के बर्कले चले गए, जहां उन्होंने छोटी-मोटी नौकरियों से शुरुआत की। अम्पेक्स कॉर्पोरेशन में काम करते हुए उन्होंने सीआईए के लिए डेटाबेस सिस्टम बनाया, जिसने उनके भविष्य को आकार दिया।
1970 के दशक में, लैरी ने आईबीएम के शोधकर्ता एडगर कोड के रिलेशनल डेटाबेस मॉडल को पढ़ा, जो डेटा को तालिकाओं में व्यवस्थित करने का एक क्रांतिकारी विचार था। इस विचार ने लैरी को प्रेरित किया, और 1977 में उन्होंने रॉबर्ट माइनर और एड ओट्स के साथ मिलकर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट लेबोरेटरीज (एसडीएल) की स्थापना की। इस स्टार्टअप में केवल 2,000 डॉलर का निवेश था, जिसमें से 1,200 डॉलर लैरी के अपने थे।
उनका पहला प्रोजेक्ट सीआईए के लिए एक डेटाबेस था, जिसका कोडनेम "ओरेकल" रखा गया। 1979 में कंपनी का नाम बदलकर रिलेशनल सॉफ्टवेयर इंक. और 1982 में ओरेकल सिस्टम्स कॉर्पोरेशन हो गया। ओरेकल ने दुनिया का पहला व्यावसायिक रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (आरडीबीएमएस) लॉन्च किया, जो डेटा को तेजी से और कुशलता से प्रबंधित करने में सक्षम था। यह तकनीक उस समय की सबसे बड़ी क्रांति थी, क्योंकि इससे व्यवसायों को डेटा स्टोरेज और प्रोसेसिंग में अभूतपूर्व आसानी मिली। 1986 में ओरेकल सार्वजनिक कंपनी बनी, और इसके शेयरों ने बाजार में धूम मचाई।
लैरी ने 37 साल तक (1977-2014) ओरेकल के सीईओ के रूप में नेतृत्व किया और फिर चेयरमैन व चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बने। उनके नेतृत्व में ओरेकल ने आक्रामक अधिग्रहण की रणनीति अपनाई। 2005 में पीपलसॉफ्ट (10.3 अरब डॉलर), 2010 में सन माइक्रोसिस्टम्स (7.4 अरब डॉलर), और 2024 में सीरियस डिसीजन जैसे 100 से अधिक अधिग्रहण किए।
आज ओरेकल क्लाउड कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में अग्रणी है। इसके ग्राहकों में ओपनएआई, एक्सएआई (एलन मस्क की कंपनी), मेटा और एनवीडिया जैसे दिग्गज शामिल हैं। 2025 में ओरेकल की क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर ने 455 अरब डॉलर के भविष्य के राजस्व की बुकिंग की, जो एआई बूम का परिणाम है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 958 अरब डॉलर से अधिक है, और लैरी की इसमें 40% हिस्सेदारी है।
नेतृत्व शैली: आक्रामकता और विवाद
लैरी की नेतृत्व शैली हमेशा चर्चा में रही। वे आक्रामक, महत्वाकांक्षी और कभी-कभी विवादास्पद रहे। 1990 में ओरेकल को राजस्व ओवरस्टेटमेंट के कारण संकट का सामना करना पड़ा, जिसमें 10% कर्मचारियों की छंटनी हुई। लैरी ने इसे अपनी सबसे बड़ी गलती माना और कंपनी को पटरी पर लाने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट, सैप और अन्य प्रतिद्वंद्वियों से कड़ा मुकाबला किया।
लैरी की दोस्ती एलन मस्क से भी गहरी रही; 2018-2022 तक वे टेस्ला के बोर्ड में थे और 1 अरब डॉलर का निवेश किया। लैरी की दूरदृष्टि और जोखिम लेने की क्षमता ने ओरेकल को तकनीकी दुनिया का पावरहाउस बनाया।
व्यक्तिगत जीवन: लग्जरी, शौक और परिवार
लैरी का निजी जीवन उनकी उपलब्धियों जितना ही रंगीन है। उन्होंने चार शादियां कीं। पहली शादी 1967 में एडा क्विन से, जिनसे बेटा डेविड (1977) हुआ। दूसरी शादी 1977 में नैनसी व्हीलर से, जो जल्दी खत्म हो गई। तीसरी शादी 1983 में एलेन फ्लिकर से, जिनसे बेटी मेगन (1986) हुई। चौथी शादी 2011 में लेखिका डेविडिने रिक्स से, जो अभी भी बरकरार है। डेविड और मेगन हॉलीवुड में सक्रिय हैं।
डेविड ने स्काईडांस मीडिया की स्थापना की, जिसने 2025 में पैरामाउंट के साथ 28 अरब डॉलर का मर्जर किया, जिसमें लैरी की 50% हिस्सेदारी है। मेगन ने "जीरो डार्क थर्टी" और "अमेरिकन हसल" जैसी फिल्मों का वित्तपोषण किया।
लैरी के शौक उनकी संपत्ति की तरह भव्य हैं। वे यॉट रेसिंग के दीवाने हैं; 2010 और 2013 में अमेरिका कप जीता। उनका 450 फीट लंबा यॉट "राइजिंग सन" दुनिया के सबसे शानदार यॉट्स में से एक है। वे इतालवी फाइटर जेट उड़ाते हैं और इंडियन वेल्स टेनिस टूर्नामेंट के मालिक हैं। 2012 में उन्होंने हवाई द्वीप लानाई को 300 मिलियन डॉलर में खरीदा, जिसे वे इको-फ्रेंडली रिसॉर्ट में बदल रहे हैं। 2020 से वे लानाई में रहते हैं। 2022 में फ्लोरिडा में 173 मिलियन डॉलर की संपत्ति खरीदी। उनकी संपत्ति का 95% ओरेकल शेयरों में है, लेकिन वे टेस्ला, सेल्सफोर्स और अन्य में भी निवेशक हैं।
अमीरी का सफर: एआई बूम और मस्क को पछाड़ना
लैरी की संपत्ति का आधार ओरेकल है। 2024 में ओरेकल के शेयर 63% बढ़े, जिससे उनकी संपत्ति 217 अरब डॉलर हो गई। 2025 में एआई और क्लाउड बूम ने इसे 393 अरब डॉलर तक पहुंचाया। जुलाई 2025 तक वे 275 अरब डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर थे। मस्क की संपत्ति टेस्ला की बिक्री में 13% गिरावट और ट्रंप प्रशासन से तनाव के कारण 385 अरब डॉलर पर रुकी। ओरेकल की 77% क्लाउड ग्रोथ ने लैरी को शीर्ष पर पहुंचाया।
परोपकार और भविष्य की योजनाएं
2010 में लैरी ने गिविंग प्लेज साइन किया, जिसमें उन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति दान करने का वादा किया। उन्होंने यूएससी कैंसर सेंटर को 200 मिलियन डॉलर दान दिए। 2025 में वे ट्रंप, सैम अल्टमैन और मसायोशी सन के साथ "स्टारगेट प्रोजेक्ट" में शामिल हुए, जो एआई और क्लाउड में निवेश है।
प्रेरणा: लैरी एलिसन की सीख
लैरी की कहानी सिखाती है कि डिग्री के बिना भी सपने पूरे हो सकते हैं। कठिन बचपन, आलोचनाएं और असफलताएं उन्हें नहीं रोक सकीं। उनकी आक्रामक रणनीति, एआई पर फोकस और जोखिम लेने की क्षमता ने ओरेकल को शिखर पर पहुंचाया। मस्क को पछाड़ना यह दर्शाता है कि स्थिर विकास अस्थिर उतार-चढ़ाव से बेहतर हो सकता है।
81 साल की उम्र में भी लैरी का जुनून प्रेरित करता है:
सपने बड़े रखो, जोखिम लो, और कभी हार मत मानो।
लैरी एलिसन सिर्फ एक अरबपति नहीं, बल्कि एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने डेटा को शक्ति और जुनून को जीत में बदला। उनकी कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो असंभव को संभव करना चाहता है।
