एप्पल वाच के अपडेटेड मॉडल्स पर संभावित आयात पाबंदी पर विचार करेगा यूएस ट्रेड ट्रिब्यूनल

(एपी सिंह ) वाशिंगटन। अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय व्यापार आयोग (ITC) ने एप्पल वॉच के अपडेटेड मॉडलों पर संभावित आयात प्रतिबंध को लेकर एक नई जांच शुरू करने का निर्णय लिया है। यह मामला मेडिकल मॉनिटरिंग तकनीक कंपनी मैसिमो (Masimo) के साथ चल रहे पेटेंट विवाद से जुड़ा है। आयोग यह पता लगाएगा कि क्या एप्पल ने पिछले आयात प्रतिबंध से बचने के लिए जो नया डिजाइन तैयार किया है, वह अब भी मैसिमो की रक्त-ऑक्सीजन माप तकनीक से संबंधित पेटेंट अधिकारों का उल्लंघन करता है। ITC ने कहा है कि वह इस नई जांच को छह महीनों के भीतर पूरा कर लेगा।
एप्पल का कहना है कि मैसिमो की शिकायत पूरी तरह आधारहीन है और इसका उद्देश्य केवल एप्पल की वॉच के लोकप्रिय ब्लड-ऑक्सीजन फीचर को बाजार से हटाना है। एप्पल ने यह भी आरोप लगाया कि मैसिमो ने शिकायत दर्ज करने से पहले उसकी वॉच के डिजाइन की नकल की। यह विवाद दोनों कंपनियों के बीच चल रहे कई कानूनी मामलों का हिस्सा है। मैसिमो का आरोप है कि एप्पल ने उसकी पल्स-ऑक्सीमेट्री तकनीक चुराने के लिए उसके कर्मचारियों को नौकरी पर रखा।
इसी विवाद के चलते ITC ने 2023 में एप्पल वॉच सीरीज 9 और अल्ट्रा 2 पर आयात प्रतिबंध लगा दिया था। उस समय एप्पल ने प्रतिबंध से बचने के लिए अपनी वॉच से ब्लड-ऑक्सीजन फीचर हटाया था, लेकिन अगस्त 2024 में यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन से अनुमति मिलने के बाद उसने इस फीचर को एक अपडेटेड तकनीक के साथ फिर से पेश किया। हालांकि, मैसिमो ने इस अनुमति को चुनौती देते हुए कस्टम्स विभाग के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। दूसरी ओर, एप्पल भी आईटीसी के प्रतिबंध के खिलाफ संघीय अपीलीय अदालत में लड़ाई लड़ रहा है।
मैसिमो ने कैलिफोर्निया की अदालत में भी पेटेंट उल्लंघन और व्यापारिक रहस्यों की चोरी का मुकदमा दायर किया हुआ है। इसी सप्ताह एक जूरी ने फैसला दिया कि एप्पल को मैसिमो को पेटेंट उल्लंघन के लिए 634 मिलियन डॉलर का हर्जाना देना होगा। 2023 में व्यापारिक रहस्यों के मामले में जूरी किसी निर्णय तक नहीं पहुंच पाई थी, जिसके चलते उस मुकदमे में मिस्ट्रायल घोषित किया गया था। वहीं, एप्पल को पिछले वर्ष डेलावेयर में एक काउंटरसूट में सिर्फ 250 डॉलर का मामूली हर्जाना मिला।
