Trump Tariff: भारत पर ट्रंप की सख्ती को जेलेंस्की ने बताया सही, जानिए क्या कहा

भारत-रूस डील पर बढ़ा विवाद, जेलेंस्की ने ट्रंप की 'टैरिफ नीति' को बताया सही कदम
Zelensky on Trump Tariff India: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका की उस नीति का समर्थन किया है जिसमें रूस से व्यापार करने वाले देशों पर टैरिफ (कर) लगाने की बात कही गई है। जेलेंस्की ने इसे 'Right Idea' यानी सही कदम बताया।
दरअसल, ABC न्यूज द्वारा लिए गए इंटरव्यू में जेलेंस्की से जब सवाल किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हालिया मुलाकात से क्या पश्चिमी देशों के रूस पर लगाए गए प्रतिबंध बेअसर हो रहे हैं? इसपर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ''जो देश रूस के साथ व्यापार कर रहे हैं, उन पर टैरिफ लगाना सही कदम है।''
Journalist: You saw the meeting between Modi, Xi and Putin. Did Trump's plan of putting tariffs on India backfire?
— Shashank Mattoo (@MattooShashank) September 8, 2025
Zelensky: It is the right idea to put tariffs on countries that continue to make deals with Russia pic.twitter.com/yRlVYmilfe
ट्रंप ने भारत पर लगाए 50% टैरिफ
अमेरिका ने भारत पर कुल 50% टैरिफ लगा दिया है। इसमें 25% शुल्क पहले डोनाल्ड ट्रंप ने लगाया था और उसके बाद अतिरिक्त 25% 'पेनल्टी' रूस से तेल खरीदने के चलते लगाया गया।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी, पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तस्वीर साझा करते हुए लिखा था, ''लगता है हमने भारत और रूस को सबसे अंधेरे चीन के हवाले कर दिया है।'' हालांकि, ट्रंप ने बाद में ट्रंप ने पीएम मोदी को अपना अच्छा दोस्त और भारत को मजबूत साझेदार बताया।
SCO समिट में तीन महाशक्तियां एक साथ
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के तियानजिन शहर में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में शामिल हुए थे। इस दौरान उनकी मुलाकात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई। तीनों नेताओं की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी दिनों तक चर्चा में बनी रही।
यह मुलाकात ऐसे समय हुई है जब अमेरिका अपने व्यापारिक साझेदारों पर भारी-भरकम टैरिफ लगा रहा है और रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर दुनिया बंटी हुई नजर आ रही है।
ट्रंप-पुतिन की मुलाकात पर जेलेंस्की ने जताई नाराजगी
जेलेंस्की ने पिछले महीने अलास्का में पुतिन और ट्रंप की मुलाकात पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, ''ट्रंप ने पुतिन को वही दिया जो वो चाहते थे। पुतिन सिर्फ यह दिखाना चाहते थे कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति से मिल रहे हैं। यह यूक्रेन के लिए निराशाजनक है कि हमें उस मंच पर जगह नहीं दी गई।''
पुतिन के आमंत्रण को नकारा
जेलेंस्की ने साफ कहा कि रूस के राष्ट्रपति का निमंत्रण स्वीकार करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा, ''मैं मास्को नहीं जा सकता जब मेरा देश मिसाइलों के निशाने पर है। अगर पुतिन को बात करनी है, तो वे कीव आ सकते हैं।''
