डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी: ब्रिक्स देशों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान; जानें भारत पर क्या होगा असर?

ट्रंप की चेतावनी: BRICS के अमेरिका-विरोधी रुख पर टैरिफ की सख्ती
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिपोकल टैरिफ को लेकर एक बार फिर सख्त बयान दिया है। सोमवार को उन्होंने ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों पर ऐतराज जताते हुए उससे जुड़े देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है। ट्रंप का इसे वैश्विक मंच पर अल्टीमेटम माना जा रहा है। भारतीय बाजार पर भी इसका प्रतिकूल असर देखने को मिल सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप की यह चेतावनी ऐसे वक्त पर आई है, जब ब्राजील में 17वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन चल रहा है। साथ ही अमेरिकी टैरिफ रोक की समय-सीमा 9 जुलाई 2025 को समाप्त हो रही है।
ट्रंप का ट्वीट और टैरिफ नियम
- ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा-ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों को समर्थन देने वाले किसी भी देश को टैरिफ (10% अतिरिक्त) में छूट नहीं मिलेगी। यह नीति सार्वभौमिक रूप से लागू की जाएगी। उन्होंने आगे कहा, 7 जुलाई को दोपहर 12 बजे (ईस्टर्न टाइम) से संबंधित देशों को इसके लिए पत्र भेजे जाएंगे।
- डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले 9 अप्रैल 2025 को भी रेसिपोकल टैरिफ के क्रियान्वयन पर अस्थायी तौर पर तीन महीने के लिए रोक लगाई थी। यह मियाद 9 जुलाई 2025 को समाप्त हो रही है।
BRICS ने क्या कहा था?
- ब्रिक्स देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स की हालिया बैठक में अमेरिका के टैरिफ और एकतरफा व्यापार नीतियों की आलोचना की गई। बैठक के बाद संयुक्त बयान में कहा गया कि टैरिफ और गैर-टैरिफ उपायों के एकतरफा थोपे जाने पर हमें गंभीर चिंता है। ये विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों के खिलाफ है। इससे वैश्विक व्यापार को नुकसान पहुंचता है।
- डोनाल्ड ट्रंप ने न सिर्फ ब्रिक्स देशों के इस बयान को खारिज किया, बल्कि स्पष्ट किया कि अमेरिका अब हर उस देश पर सख्ती से टैरिफ लागू करेगा, जो ब्रिक्स के विरोधी रुख को अपनाएगा।
किस देश पर कितना टैरिफ? (प्रस्तावित)
देश | टैरिफ (%) |
भारत | 26% |
चीन | 34% |
दक्षिण अफ्रीका | 30% |
ब्राजील | 10% |
मिस्र | 10% |
इथियोपिया | 10% |
इंडोनेशिया | 32% |
ईरान | 10% |
यूएई | 10% |
रूस | NA (नाम अनुपस्थित) |
रूस को सूची में शामिल न करने पर सवाल उठ रहे हैं, लेकिन अमेरिकी प्रशासन की ओर से अभी तक इस पर कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है।
BRICS का वैश्विक असर
- BRICS सिर्फ एक राजनीतिक गठबंधन नहीं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। दुनिया की लगभग 50% आबादी ब्रिक्स देशों में रहती है। जबकि, वैश्विक GDP का 40% हिस्सा यह देश रखते हैं। वैश्विक व्यापार और निवेश का 25% इन देशों से आता है।
- 2024 से ब्रिक्स ने अपने सदस्य देशों की संख्या बढ़ाकर 10 कर दी है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका के साथ अब मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और यूएई जैसे देश भी इसमें शामिल हैं।
ट्रंप की नीति और चुनावी प्रभाव
ट्रंप के इस सख्त बयान को अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनावों से भी जोड़ा जा रहा है। वे वैश्विक व्यापार समझौतों में "अमेरिका फर्स्ट" नीति को प्राथमिकता देते रहे हैं। ऐसे में यह टैरिफ रणनीति उनके ट्रेड नेशनलिज्म एजेंडे को मजबूत करती है।
ब्रिक्स की अपील: सहयोग, टकराव नहीं
ब्रिक्स नेताओं ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि दुनिया को आज 'व्यापार युद्ध' नहीं, बल्कि सहयोग की जरूरत है। उन्होंने WTO के नियमों पर आधारित व्यापार तंत्र को बनाए रखने और सभी देशों के लिए समान अवसर देने पर जोर दिया। साथ ही वैश्विक मंदी से बचने के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी व्यापार प्रणाली की मांग दोहराई।
चीन ने ट्रंप के बयान दिया जवाब
चीन ने डोनाल्ड ट्रम्प के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ब्रिक्स देश टकराव नहीं चाहते। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, टैरिफ लगाने के संबंध में चीन ने बार-बार स्थिति स्पष्ट की है कि व्यापार और टैरिफ युद्धों में कोई विजेता नहीं होता। साथ ही संरक्षणवाद आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं देता है।
