Ukraine-Russia War: रूसी राष्ट्रपति पुतिन को ट्रम्प की चेतावनी, कहा-यूक्रेन युद्ध न रोका तो होंगे गंभीर नतीजे

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Ukraine-Russia War Update: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी है। कहा, 15 अगस्त को अलास्का में होने वाली बाचीत के बाद भी यदि यूक्रेन युद्ध नहीं रोका तो गंभीर अंजाम भुगतने पड़ेंगे। रूस और यूक्रेन के बीच पिछले साढ़े तीन साल से जंग चल रही है। इसे समाप्त कराने पहली बार अमेरिका और रूस के राष्ट्रपति मुलाकात कर रहे हैं।
जेलेंस्की की जमीन न छोड़ने की जिद
डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार, 13 अगस्त को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं संग वर्चुअल बैठक की। इसमें उन्होंने युद्ध समाप्त करने के लिए जमीन की अदला-बदली का सुझाव दिया। जेलेंस्की ने इस पर दो टूक कह दिया कि हम अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे।
जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर आरोप लगाया कि वे शांति का दिखावा कर रहे हैं। असल में वह यूक्रेन पर कब्जा करना चाहते हैं। पहले युद्धविराम हो और सुरक्षा गारंटी देनी होगी।
यूरोप की चिंता: रूस को न मिले यूक्रेन की जमीन
यूरोप और यूक्रेन के लीडर्स को इस बात का डर है कि ट्रम्प और पुतिन आपस में कोई ऐसा समझौता न कर लें, जिससे रूस को यूक्रेन का लगभग 5वां हिस्सा मिल जाए। बैठक में फिनलैंड, फ्रांस, ब्रिटेन, इटली, पोलैंड, यूरोपीय यूनियन (EU) के नेता और नाटो महासचिव मार्क रूट भी शामिल हुए। जेलेंस्की ने कहा, यूक्रेन की जमीन के बारे में कोई भी फैसला उसकी सहमति के बिना न हो।
ट्रम्प ने बाइडेन पर साधा निशाना
यूरोपीय नेताओं की बैठक के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान कहा, यह बाइडेन का युद्ध है, मैं खत्म कराने का प्रयास कर रहा हूं। ट्रंप ने दावा किया कि पिछले छह माह में उन्होंने 5 युद्ध खत्म कराए हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पुतिन को मनाना मुश्किल है।
ट्रम्प-पुतिन के बीच अब तक हुई मुलाकातें और बातचीत
- 12 फरवरी 2025: यूक्रेन युद्ध समाप्त करने पर चर्चा।
- 18 मार्च 2025: युद्धविराम और शांति समझौते पर बात।
- 19 मई 2025: दो घंटे की लंबी चर्चा में कई मुद्दों पर विचार।
- 4 जून 2025: यूक्रेन और ईरान के मसलों पर एक घंटे की बातचीत।
ट्रंप-पुतिन की मुलाकात से पहले तनाव
15 अगस्त की अलास्का मुलाकात से पहले ही माहौल गरम हो चुका है। एक तरफ ट्रम्प सख्त रुख अपनाते दिख रहे हैं, वहीं जेलेंस्की स्पष्ट कर चुके हैं कि यूक्रेन किसी भी कीमत पर अपनी जमीन नहीं छोड़ेगा। अब दुनिया की नजरें इस मुलाकात पर हैं, जो यूक्रेन युद्ध के भविष्य की दिशा तय कर सकती है।
