तीन सुपरपावर एक साथ: पीएम मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग की मुलाकात, देखें फोटो

PM Modi, Putin and Xi Jinping Meet: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट 2025 का मंच इस बार इतिहास रचता नजर आ रहा है। सोमवार, 1 सितंबर को दुनिया की तीन बड़ी ताकतों के नेता - भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग - एक साथ नजर आए। समिट से पहले हुई मुलाकात में पीएम मोदी और पुतिन गले मिलते दिखाई दिए। तीनों नेताओं की मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं।
मोदी–पुतिन की गर्मजोशी भरी झप्पी
समिट से पहले पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन गर्मजोशी से गले मिलते दिखे। दोनों नेताओं की यह गर्मजोशी भरी मुलाकात भारत–रूस की पुरानी दोस्ती को एक बार फिर मजबूत संदेश देती है। दोनों नेताओं के बीच की यह मुलाकात ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिका ने रूस से तेल खरीदने पर भारत के खिलाफ 50 फीसदी तक टैरिफ लगा दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन के साथ तस्वीर साझा करते हुए एक्स पर लिखा, ''राष्ट्रपति पुतिन से मिलना हमेशा खुशी की बात होती है!''
Always a delight to meet President Putin! pic.twitter.com/XtDSyWEmtw
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025
पीएम मोदी ने एक्स ने दूसरे पोस्ट में शी जिनपिंग और पुतिन के साथ बातचीत के दौरान ली गई तस्वीर भी साझा की। इस पोस्ट में मोदी ने लिखा, ''तियानजिन में बातचीत जारी! एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति शी के साथ विचारों का आदान-प्रदान।''
Interactions in Tianjin continue! Exchanging perspectives with President Putin and President Xi during the SCO Summit. pic.twitter.com/K1eKVoHCvv
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025
मोदी–शी जिनपिंग की बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार (31 अगस्त) को द्विपक्षीय वार्ता की थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत–चीन संबंधों में आई सकारात्मक प्रगति का स्वागत किया और साफ किया कि दोनों देश प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि विकास के भागीदार हैं। पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर शांति और स्थिरता द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए बेहद जरूरी है।
Had a fruitful meeting with President Xi Jinping in Tianjin on the sidelines of the SCO Summit. We reviewed the positive momentum in India-China relations since our last meeting in Kazan. We agreed on the importance of maintaining peace and tranquility in border areas and… pic.twitter.com/HBYS5lhe9d
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2025
अमेरिका की टेंशन बढ़ी
तीन महाशक्तियों की मुलाकात ने अमेरिका में हलचल बढ़ा दी है। दरअसल, अमेरिका पहले ही भारत–रूस के एनर्जी डील्स और चीन–रूस की नजदीकी को लेकर चिंतित है। अब जब पीएम मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग एक साथ दिखाई दिए, तो इसे अमेरिका के लिए कूटनीतिक झटका माना जा रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि SCO समिट में तीनों देशों का एकजुट होना वाशिंगटन की वैश्विक रणनीति और दबदबे के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
मोदी-पुतिन-जिनपिंग की मुलाकात क्यों खास है?
दुनिया के मौजूदा भू-राजनीतिक हालात में मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग का एक मंच पर आना ग्लोबल पावर बैलेंस के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। तीनों नेताओं का साथ आना न सिर्फ एशिया बल्कि पूरी दुनिया के लिए नए संकेत दे रहा है।
