POK में योगी मॉडल: प्रदर्शनकारियों ने चलाया बुलडोजर, पाक सेना दुम दबाकर भागी; वीडियो देखें

POK में प्रदर्शनकारियों ने चलाया बुलडोजर, पाक सेना दुम दबाकर भागी
POK News: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में पिछले कुछ दिनों से हालात तनावपूर्ण हैं। महंगाई, बेरोजगारी, बिजली-पानी की कमी और पाक सेना की दखलंदाजी के खिलाफ स्थानीय कश्मीरी प्रदर्शनकारियों ने सड़कें जाम कर दी हैं। जम्मू कश्मीर की जॉइंट अवामी एक्शन कमेटी (AAC) के नेतृत्व में यह आंदोलन अब हिंसक रूप ले चुका है।
सड़क पर उतरते प्रदर्शनकारियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बुलडोजर मॉडल’ की तर्ज पर कार्रवाई की। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारी खुद बुलडोजर चलाकर सरकारी संपत्तियों और वाहनों पर हमला कर रहे हैं। कुछ क्लिप्स में पाक सेना के जवान डर के मारे दुम दबाकर भागते नजर आए। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए और खाली कारतूस दिखाकर पाक सेना की हिंसा का विरोध किया।
🚨 Bulldozers in PoK:
— Rajeev Kumar 🚨 (@Rajeev_IA) October 1, 2025
Angry protesters roll out bulldozers inside PoK — Kashmiris adopt the Yogi Model against Pak Army and Local authorities.#PoK #Pakistan #Protest #BreakingNews #Kashmir pic.twitter.com/LfDSSbWZr1
POK की राजधानी मुफ्फराबाद और कोटली में यह आंदोलन 29 सितंबर 2025 को AAC की हड़ताल और चक्का जाम के साथ चरम पर पहुंचा। हजारों लोग सड़कों पर उतरे और 38 सूत्री मांगें रखीं, जिनमें सस्ता आटा, बिजली सब्सिडी, करों में छूट और सेना की दखलंदाजी बंद करना शामिल है।
हालांकि आंदोलन शुरू में शांतिपूर्ण था, लेकिन जब पाकिस्तानी सेना और फ्रंटियर कोर ने हस्तक्षेप किया, तो हालात बिगड़ गए। कथित तौर पर गोलीबारी में दो लोग मारे गए और 22 से अधिक घायल हुए। वहीं, आईएसआई समर्थित हथियारबंद गुटों की भी कथित भागीदारी रही।
जानकार मानते हैं कि यह विद्रोह POK को भारत के करीब ला सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही कहा था, "POK खुद भारत की गोद में आ जाएगा।" इस आंदोलन में “योगी मॉडल” अपनाया जाना एक तरह का सांकेतिक संदेश है कि कश्मीरी अब पाकिस्तानी दमन का जवाब खुद ताकत से दे रहे हैं।
पीओके में इंटरनेट कट होने के बावजूद सोशल मीडिया पर वीडियो लीक हो रहे हैं। पाकिस्तान की कमजोर होती अर्थव्यवस्था के बीच यह विद्रोह इसे और अस्थिर कर सकता है। फिलहाल, तनाव चरम पर है और AAC ने अगले दिन भी बंद का ऐलान किया है। अब यह देखना बाकी है कि आने वाले दिनों में यह आंदोलन पाकिस्तान के लिए कितना चुनौतीपूर्ण साबित होगा।
