ASEAN समिट 2025: इस महीने PM मोदी और ट्रंप की मुलाकात संभव, जानें लेटेस्ट अपडेट

PM Modi and Donald Trump (File Photo)
ASEAN Summit 2025: दक्षिण-पूर्व एशिया के 10 देशों के संगठन आसियान (ASEAN) के 47वें शिखर सम्मेलन पर दुनिया की नजरें टिकी हैं। मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में 26-28 अक्टूबर को होने वाले इस समिट में न केवल क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी, बल्कि भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया मोड़ भी आ सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात इसी महीने संभव है, जो टैरिफ विवाद और द्विपक्षीय व्यापार पर सीधी बातचीत का मौका देगी।
समिट का बैकग्राउंड और महत्व
आसियान समिट दक्षिण-पूर्व एशिया के आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों पर नीतियां तय करने का प्रमुख मंच है। 2025 में मलेशिया के चेयरमैनशिप में हो रहा यह समिट खासतौर पर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिका ने भारत पर 50% टैरिफ लगाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है।
मलेशियाई प्रधानमंत्री दातुक सेरी अनवर इब्राहिम ने जुलाई में ही ट्रंप की उपस्थिति की पुष्टि की थी, जबकि पीएम मोदी की भागीदारी लगभग तय मानी जा रही है, क्योंकि वे पिछले कई समिट्स में शिरकत कर चुके हैं।
समिट के दौरान पूर्वी एशिया समिट (EAS) और अन्य साइडलाइन मीटिंग्स भी होंगी, जहां चीन, रूस और अन्य वैश्विक शक्तियां शामिल होंगी। मलेशिया ने ट्रंप, चीनी प्रीमियर ली कियांग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को न्योता दिया है, जो इसे 'सबसे बड़ा वैश्विक मंच' बना सकता है।
मोदी-ट्रंप मुलाकात: संभावना और एजेंडा
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात समिट के साइडलाइन्स पर 26 अक्टूबर को हो सकती है। यह ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में दोनों नेताओं की दूसरी आमने-सामने की मुलाकात होगी, इससे पहले फरवरी 2025 में व्हाइट हाउस में हुई थी।
हालांकि, न तो भारत और न ही अमेरिका ने आधिकारिक पुष्टि की है, लेकिन कूटनीतिक हलचल तेज हो गई है।
अमेरिका-भारत के मुख्य मुद्दे:
टैरिफ विवाद
अमेरिका ने भारतीय आयात पर 50% टैरिफ लगाए हैं, खासकर रूसी तेल खरीद को लेकर। ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो ने इसे 'मोदी का युद्ध' तक कहा है। दोनों पक्ष व्यापार समझौते की पहली किस्त पर सहमति बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
H1B वीजा और व्यापार
भारतीय आईटी पेशेवरों के लिए H1B वीजा पर छूट और द्विपक्षीय व्यापार घाटे को कम करने पर फोकस। ट्रंप ने हाल ही में पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा, "मैं भारत से बहुत करीब हूं।"
रणनीतिक साझेदारी
क्वाड समिट (भारत में प्रस्तावित), रक्षा सहयोग (F-35 जेट्स की बिक्री) और दक्षिण चीन सागर में सुरक्षा। जून 2025 में फोन पर हुई बातचीत में ट्रंप ने भारत यात्रा का न्योता स्वीकार किया था।
ट्रंप ने जून में जी7 समिट में हिस्सा नहीं लिया, इसलिए यह पहला बहुपक्षीय मंच होगा जहां दोनों दोनों की मुलाकात हो सकती है।
विवाद और आलोचना
मलेशिया के पूर्व पीएम महाथिर मोहम्मद ने ट्रंप को न्योता रद्द करने की मांग की है, इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष में अमेरिका की भूमिका का हवाला देकर। अनवर ने इसका बचाव किया, कहा कि समिट फिलिस्तीन मुद्दे पर आवाज उठाने का प्लेटफॉर्म बनेगा।
सोशल मीडिया पर हलचल
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर #ASEAN2025 और #ModiTrump ट्रेंड कर रहा है। यूजर्स व्यापार सौदे की उम्मीद जता रहे हैं, तो कुछ टैरिफ से चिंतित। एक पोस्ट में कहा गया, "मोदी-ट्रंप मीटिंग से भारत-अमेरिका रिश्ते मजबूत होंगे।"
🇮🇳🇺🇸 PM Modi & US President Trump Alert!
— finowings® (@finowings) October 1, 2025
They may meet at the 47th ASEAN Summit in Kuala Lumpur on 26–27 Oct 2025.
Agenda: Trade, regional security & strengthening bilateral ties. 🌏🤝
How do you think this meeting will impact India-US relations?#PMModi #DonaldTrump #IndiaUS
क्या उम्मीद करें?
यदि मुलाकात होती है, तो यह भारत-अमेरिका संबंधों को रीसेट करने का मौका बनेगी। पीएम मोदी की 'एक्ट ईस्ट' पॉलिसी के तहत आसियान के साथ सहयोग भी मजबूत होगा। समिट से पहले यूएन जनरल असेंबली में मोदी की अनुपस्थिति ने कुआलालंपुर पर फोकस बढ़ा दिया है।
