इस्लामाबाद कोर्ट के बाहर धमाका: कार बनी आग का गोला, 12 की मौत; 20 से ज्यादा घायल

Pakistan Blast: इस्लामाबाद कोर्ट में धमाका, 12 की मौत.
पाकिस्तान में मंगलवार को राजधानी इस्लामाबाद के कोर्ट परिसर के बाहर हुए शक्तिशाली विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में बड़ी संख्या वकीलों को बताया जा रहा है। अधिकारियों ने इसे आत्मघाती हमला बताया है।
दूसरी तरफ खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भी सुरक्षा बलों के काफिले को आईईडी धमाके से निशाना बनाया गया, जिसमें 10 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक ही दिन में हुए इन दो हमलों ने पूरे पाकिस्तान में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
घटना के मुताबिक, इस्लामाबाद जिला अदालत के गेट के पास दोपहर करीब 12:30 बजे एक खड़ी कार में जोरदार विस्फोट हुआ। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसकी आवाज 6 किलोमीटर दूर तक सुनी गई।
स्थानीय मीडिया समा टीवी के अनुसार, धमाके की गूंज पुलिस लाइन्स मुख्यालय तक पहुंची, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में पार्किंग में खड़ी गाड़ियों के परखच्चे उड़ते और चारों तरफ मलबा बिखरा देखा जा सकता है।
घटना के तुरंत बाद पुलिस, रेस्क्यू टीमें और बम निरोधक दस्ता (BDS) मौके पर पहुंचे और पूरे जी-11 इलाके को सील कर दिया गया। डॉन और हम न्यूज के मुताबिक, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विस्फोट किसी प्लांटेड बम, गैस सिलेंडर फटने या तकनीकी खराबी से हुआ, लेकिन शुरुआती जांच में इसे आत्मघाती हमला माना जा रहा है। धमाके के बाद कोर्ट परिसर को पूरी तरह खाली करा लिया गया।
दूसरी घटना खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान जिले में हुई, जहां सुबह के वक्त पाकिस्तानी सेना और फ्रंटियर पुलिस के काफिले को आईईडी विस्फोट से निशाना बनाया गया।
स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, यह धमाका वजीरिस्तान में कैडेट कॉलेज के गेट के पास किया गया, जो अफगान सीमा से बेहद करीब है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा बल सोमवार रात लोनी पोस्ट से लौट रहे थे, तभी लोनी इलाके में घात लगाकर यह हमला किया गया। इसमें 10 से अधिक जवान घायल हुए हैं।
इन हमलों के बाद पाकिस्तान सुरक्षा एजेंसियां हाई-अलर्ट पर हैं। इस्लामाबाद में न्यायिक परिसर के आसपास अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, जबकि खैबर पख्तूनख्वा में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
फिलहाल किसी आतंकी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुरक्षा विशेषज्ञ इन घटनाओं को अफगान सीमा से सक्रिय आतंकी गुटों से जोड़कर देख रहे हैं।
पाकिस्तान सरकार ने घायलों को हर संभव इलाज और पीड़ित परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया है। देश में बीते कुछ महीनों में आतंकवादी घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है, जिसमें सुरक्षाबलों और सार्वजनिक स्थलों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
