पाकिस्तान का अफगानिस्तान पर भीषण हवाई हमला: 3 क्रिकेटरों समेत 8 की मौत! नबी,फारुकी और गुलबदीन की आंखें हुईं नम

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के खिलाफ युद्धविराम समाप्त होते ही भीषण हवाई हमला किया, जिसमें अफगान क्रिकेट टीम के तीन खिलाड़ियों सहित आठ लोगों की मौत हो गई। दोनों देशों के बीच 48 घंटे का युद्धविराम समझौता था, और इस दौरान स्थानीय मीडिया ने दोहा में शांति वार्ता की संभावना जताई थी, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।
पाकिस्तान का दावा है कि अफगानिस्तान की धरती पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) आतंकी गतिविधियां चला रहा है और उसे वहां शरण मिल रही है। दूसरी ओर, अफगानिस्तान ने इसे अपना आंतरिक मामला बताते हुए पाकिस्तान पर आईएसआई के आतंकियों को पनाह देने का आरोप लगाया।
साल 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद पाकिस्तान बेहद उत्साहित था। उसे उम्मीद थी कि तालिबान उसकी और आईएसआई की कठपुतली बनेगा। इस दौरान पाकिस्तान ने तालिबान के 100 से अधिक कैदियों को रिहा भी किया था। लेकिन तालिबान ने पाकिस्तान के इस भरोसे को तोड़ दिया और साफ कर दिया कि वह उनके इशारों पर नहीं चलेगा। नतीजतन, दोनों के बीच पहले जैसा भाईचारा अब खत्म हो चुका है।
पाकिस्तान की आईएसआई ने तालिबान को अफगानिस्तान पर कब्जा करने में खूब सहायता की थी। इसका मकसद भारत और अफगानिस्तान के बीच मजबूत रिश्तों को कमजोर करना था, क्योंकि भारत ने हमेशा अफगानिस्तान की मुश्किलों में साथ दिया है। लेकिन तालिबान के सत्ता में आने के बाद भी भारत-अफगानिस्तान संबंध मजबूत बने हुए हैं। हाल ही में तालिबानी विदेश मंत्री के भारत दौरे ने पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ा दी है
Statement of Condolence
— Afghanistan Cricket Board (@ACBofficials) October 17, 2025
The Afghanistan Cricket Board expresses its deepest sorrow and grief over the tragic martyrdom of the brave cricketers from Urgun District in Paktika Province, who were targeted this evening in a cowardly attack carried out by the Pakistani regime.
In… pic.twitter.com/YkenImtuVR
इस हमले ने अफगान क्रिकेट समुदाय को गहरा सदमा पहुंचाया है। ऑलराउंडर गुलबदीन नैब ने सोशल मीडिया पर हमले की निंदा करते हुए लिखा, "पाकटिका के उरुगन में हुए कायरतापूर्ण हमले से हम स्तब्ध हैं, जिसमें मासूम लोग और हमारे क्रिकेटर शहीद हुए। यह हमला हमारी आजादी पर हमला है, लेकिन यह हमारी अफगान भावना को नहीं तोड़ सकता।"
तेज गेंदबाज फजलहक फारुकी ने भी हमले की कड़ी आलोचना की और लिखा, "मासूम लोगों और क्रिकेटरों का नरसंहार जघन्य और अविस्मरणीय है। अल्लाह शहीदों को स्वर्ग में स्थान दे और अत्याचारियों को सजा दे। यह कोई सम्मान नहीं, बल्कि गहरा अपमान है।"
अनुभवी क्रिकेटर मोहम्मद नबी ने फेसबुक पर दुख जताते हुए कहा, "पाकटिका में दोस्ताना मैच के बाद हुए हमले में लोगों और क्रिकेटरों की मौत की खबर दर्दनाक है। यह न सिर्फ पाकटिका, बल्कि पूरे अफगान क्रिकेट समुदाय और देश के लिए दुखद है। शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।"

अफगान क्रिकेटर राशिद खान ने पाकिस्तान के हवाई हमलों में निर्दोष नागरिकों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में हुए इन हमलों से मैं स्तब्ध हूं और अपना दुख शब्दों में बयां नहीं कर सकता। यह एक भयावह त्रासदी है, जिसमें महिलाओं, बच्चों और उन युवा क्रिकेटरों की जानें गईं, जो अपने देश का नाम रोशन करने का सपना देख रहे थे।
राशिद ने कहा कि नागरिक क्षेत्रों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना पूरी तरह से अनैतिक और अमानवीय है। ऐसे अन्यायपूर्ण और अवैध कृत्य मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हैं, जिन्हें किसी भी सूरत में नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
उन्होंने आगे कहा, “इन निर्दोष जिंदगियों की क्षति को देखते हुए, मैं अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के उस फैसले का पूर्ण समर्थन करता हूं, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ आगामी मैचों से हटने का निर्णय लिया गया है। इस कठिन घड़ी में मैं अपने देशवासियों के साथ हूं और हमारी राष्ट्रीय अस्मिता और गरिमा को सबसे ऊपर रखना आवश्यक है।”
