US Court Summons India: खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप में अमेरिकी कोर्ट का भारत सरकार को समन

Khalistani terrorist Gurpatwant Singh Pannun
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Khalistani terrorist Gurpatwant Singh Pannun
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप में भारत को अमेरिकी कोर्ट ने समन जारी किया। भारत सरकार और प्रमुख अधिकारियों का नाम शामिल।

US Court Summons India: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप में एक अमेरिकी कोर्ट ने भारत सरकार को समन भेजा है। आतंकी पन्नू ने न्यूयॉर्क की साउथ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में केस दायर किया है, जिसमें उसने भारत पर हत्या कराने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। न्यूयॉर्क कोर्ट की ओर से जारी समन में भारत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, पूर्व रॉ प्रमुख समंत गोयल, रॉ एजेंट विक्रम यादव और भारतीय कारोबारी निखिल गुप्ता का नाम शामिल है। सभी को 21 दिन में जवाब देने को कहा गया है।

पन्नू ने सोशल मीडिया पर किया खुलासा
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने X (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में समन जारी होने की जानकारी शेयर की है। हालांकि, भारत में इस पोस्ट को ब्लॉक कर दिया गया है। भारत सरकार ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। आतंकी पन्नू सिख्स फॉर जस्टिस नामक उग्रवादी संगठन का सरगना है और उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों की नागरिकता है।

अमेरिका ने साजिश को किया विफल
ब्रिटेन के अखबार 'फाइनेंशियल टाइम्स' ने पिछले साल अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि अमेरिका ने पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया था। जो बाइडन प्रशासन के अधिकारियों ने बाद में इस खबर की पुष्टि की। इसके बाद यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने भारत को इस मामले की जानकारी दी है और दोनों देशों के बीच इसे लेकर चर्चा हुई है।

विदेश मंत्रालय का पहला जवाब
भारतीय विदेश मंत्रालय ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए इसे "चिंताजनक" बताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह मामला सरकार की नीति के खिलाफ है और हम इसकी गंभीरता से जांच कर रहे हैं। भारत ने इस घटना को लेकर हाईलेवल जांच शुरू कर दी है और इसके सभी पहलुओं को देखा जा रहा है।

विदेश मंत्री जयशंकर ने क्या कहा था?
मई 2024 में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा था कि भारत इस मामले की जांच कर रहा है, लेकिन इससे भारत और अमेरिका के बीच संबंधों पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने इस मामले में जो जानकारी साझा की है, उसका हमारे अपने सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है। इसके बावजूद उन्होंने यह साफ किया कि भारत-अमेरिका के रिश्तों की प्रगति पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई असर नहीं
अमेरिका के भारत में राजदूत एरिक गार्सेटी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि इस मुद्दे से भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और व्यापारिक रिश्ते मजबूत बने रहेंगे। गार्सेटी ने यह भी कहा कि दोनों देशों के अधिकारी इस मुद्दे पर संपर्क में हैं और मिलकर काम कर रहे हैं।

भारत ने 2020 में पन्नू को आतंकी घोषित किया
खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू भारतीय नेताओं और संस्थाओं के खिलाफ भड़काऊ भाषणों और धमकियों के लिए जाना जाता है। भारत ने 2020 में उसे आतंकवादी घोषित किया था। पन्नू ने कई बार भारत सरकार के खिलाफ बयान दिए और सिख अलगाववाद को बढ़ावा देने की कोशिश लगा हुआ है। भारतीय एजेंसियां उसे लंबे समय से तलाश कर रही हैं।

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