Bangladesh News: बांग्लादेश देश की पुलिस ने सीमा पर 50 से अधिक इस्कॉन सदस्यों को भारत आने से रोका

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बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने 50 से अधिक इस्कॉन सदस्यों को भारत आने से रोका।
बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन के बाद अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं पर इस्लामी चरमपंथियों ने हमले तेज कर दिए हैं। बाग्लादेश की यूनुस सरकार हिंदू अल्पसंख्यकों की रक्षा में असफल साबित हुई है।

बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन के बाद अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं पर इस्लामी चरमपंथियों ने हमले तेज कर दिए हैं। बाग्लादेश की यूनुस सरकार हिंदू अल्पसंख्यकों की रक्षा में असफल साबित हुई है। दरअसल बांग्लादेश की आव्रजन पुलिस ने रविवार को इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) के 50 से अधिक सदस्यों को भारत आने से रोक दिया है। इस्कान से जुड़े लोगों को बेनापोल चौकी पर भारत में प्रवेश करने से रोका गया है।

बांग्लादेश पुलिस ने संदिग्ध यात्रा का हवाला देते हुए इस्कॉन सदस्यों को भारत आने की अनुमति नहीं दी। स्थानीय मीडिया के अनुसार, पूरे बांग्लादेश से हिंदू श्रद्धालु बेनापोल-पेट्रापोल क्रॉसिंग के माध्यम से संघर्षग्रस्त देश को छोड़ने के लिए शनिवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बंदरगाह पर पहुंचे थे।

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बेनापोल आव्रजन चेकपोस्ट प्रभारी अधिकारी इम्तियाज अहसानुल क्वांडर भुइया ने बांग्लादेश के डेली स्टार को बताया कि हमने पुलिस की विशेष शाखा से परामर्श किया जिसके बाद उच्च अधिकारियों से उन्हें अनुमति न देने के निर्देश दिए।" उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी अधिकारियों ने 54 इस्कॉन भक्तों को उनके यात्रा उद्देश्यों पर संदेह के कारण भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी।

इस्कॉन सदस्य सौरभ तपंदर चेली ने कहा कि वे भारत से एक धार्मिक समारोह में भाग लेने आए थे, लेकिन सरकारी अनुमति के अभाव का हवाला देते हुए आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन के बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं पर देश में इस्लामी चरमपंथियों द्वारा गंभीर हमला किया गया है।

हिंसक प्रदर्शन में वकील की मौत
देशद्रोह के मामले में हिंदू साधु और इस्कॉन के पूर्व सदस्य चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और जमानत से इनकार के एक हफ्ते से अधिक समय बाद यह घटनाक्रम सामने आई है। दास को जमानत देने से इनकार करने पर हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसके कारण एक वकील की मौत हो गई।

विरोध प्रदर्शन के बीच दो और हिंदू पुजारियों-रुद्रपोटी केसब दास और रंगा नाथ श्यामा सुंदर दास को गिरफ्तार कर लिया गया है। दास की गिरफ्तारी और जमानत से इनकार के बाद, बांग्लादेश सम्मिलिट सनातन जागरण जोटे के एक प्रवक्ता (जो इस्कॉन बांग्लादेश-भारत से भी जुड़े हैं) ने अल्पसंख्यकों के घरों और व्यवसायों में आगजनी और लूटपाट के मामलों को उजागर किया है।

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