India Mauritius Relations: काशी में भव्य स्वागत से गदगद हुए मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम, बोले- 'ऐसा सम्मान किसी PM को नहीं मिला होगा'

PM Modi Meet Mauritius PM Ramgoolam kashi Varanasi
X

पीएम मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. रामगुलाम।

काशी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. रामगुलाम का भव्य स्वागत किया गया। रामगुलाम बोले— "ऐसा सम्मान किसी प्रधानमंत्री को नहीं मिला।" जानें इस मुलाकात में क्या हुआ खास।

India Mauritius Relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम का भव्य स्वागत हुआ। डॉ. रामगुलाम ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद कहा कि उन्हें और उनकी पत्नी को काशी में जो सम्मान मिला, वह किसी अन्य प्रधानमंत्री को नहीं मिला होगा। उन्होंने इस गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए भारत सरकार और यहां के लोगों का आभार व्यक्त किया।

रामगुलाम ने यह भी कहा कि वाराणसी पहुंचने पर हुए शानदार स्वागत को देखकर अब वह समझ सकते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी इतनी बड़ी संख्या में क्यों चुने जाते हैं। उन्होंने इस आध्यात्मिक मिलन को अपनी चौथी भारत यात्रा का सबसे यादगार अनुभव बताया।

भारत-मॉरीशस का 'आध्यात्मिक मिलन'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेहमान का स्वागत करते हुए कहा कि यह उनके लिए गर्व का क्षण है कि उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र में डॉ. रामगुलाम का स्वागत करने का अवसर मिला। उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री को चागोस समझौता संपन्न होने पर बधाई दी। उन्होंने आगे कहा, "हमारी संस्कृति और संस्कार सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचे और वहां की जीवन-पद्धति में रच-बस गए।

काशी में मां गंगा की अविरल धारा की तरह, भारतीय संस्कृति का अविरल प्रवाह मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है।" पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत और मॉरीशस सिर्फ राजनयिक भागीदार नहीं हैं, बल्कि एक 'आध्यात्मिक मिलन' से बंधे हुए हैं।

मॉरीशस को विशेष पैकेज

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मॉरीशस के विकास में एक विश्वसनीय और प्राथमिक साझेदार होना भारत के लिए गर्व की बात है। उन्होंने मॉरीशस की तात्कालिक आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक विशेष आर्थिक पैकेज पर निर्णय लिया। इस पैकेज का उद्देश्य मॉरीशस में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना, रोजगार के नए अवसर पैदा करना और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ बनाना भारत के बाहर पहला जन औषधि केंद्र अब मॉरीशस में खोला जाएगा।

यह कदम मॉरीशस के नागरिकों को सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं उपलब्ध कराने में मदद करेगा, जिससे दोनों देशों के बीच मानवीय और सामाजिक संबंध और गहरे होंगे।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story