पीएम मोदी को इजराइल PM का फो: नेतन्याहू और मोदी ने पश्चिम एशिया में शांति व स्थिरता पर की चर्चा

Narendra Modi Benjamin Netanyahu
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नरेंद्र मोदी और बेंजामिन नेतन्याहू (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का फोन आया। दोनों नेताओं ने आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस और शांति प्रयासों पर चर्चा की।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार (10 दिसंबर 2025) को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का फोन आया। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-इजराइल रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के कदमों पर चर्चा की।

फोन कॉल में पीएम मोदी और नेतन्याहू ने आतंकवाद को लेकर अपने “जीरो टॉलरेंस” रुख को दोहराया और कहा कि आतंकवाद के हर रूप की निंदा की जानी चाहिए।

सरकारी बयान के मुताबिक, बातचीत में पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति पर भी विचार-विमर्श हुआ। पीएम मोदी ने क्षेत्र में “न्यायपूर्ण और स्थायी शांति” स्थापित करने के प्रयासों के लिए भारत के पूर्ण समर्थन को दोहराया, जिसमें गाजा पीस प्लान के शुरुआती कदमों को लागू करने की आवश्यकता भी शामिल है।

दोनों नेताओं ने भविष्य में भी संपर्क बनाए रखने और द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने पर सहमति जताई।



बातचीत की खास बातें

  • भारत-इजराइल रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा
  • आतंकवाद पर कड़ा रुख दोहराया
  • पश्चिम एशिया स्थिति पर विचार
  • गाजा शांति प्रयासों के लिए भारत का समर्थन

नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे समय में फोन पर बात की, जब पश्चिम एशिया के कई हिस्सों में उग्रवाद और अस्थिरता को लेकर दुनिया भर में चिंताएं चरम पर हैं। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय स्थिति पर करीबी नजर रखते हुए और द्विपक्षीय सहयोग को लगातार मजबूत करते हुए निरंतर संपर्क बनाए रखने पर सहमति जताई। साथ ही, तेजी से बदलते वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य में भारत-इजराइल रणनीतिक साझेदारी के महत्व को एक बार फिर रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री मोदी और नेतन्याहू ने दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी में लगातार मिल रही प्रगति पर संतोष व्यक्त किया तथा आपसी हित के सभी क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने रक्षा, प्रौद्योगिकी, व्यापार और इनोवेशन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को नई ऊंचाई देने के लिए अतिरिक्त अवसर तलाशने पर भी विस्तृत चर्चा की।

इस साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस घोषणा का स्वागत किया था, जिसमें इजराइल और हमास ने ट्रंप की 20-सूत्रीय गाजा शांति योजना के पहले चरण को स्वीकार करने की सहमति दी थी।

20-सूत्रीय गाजा शांति योजना की खास बातें

  • गाजा को आतंकवाद और कट्टरपंथ से पूरी तरह मुक्त किया जाएगा तथा वहाँ के लोगों के हित में बड़े पैमाने पर विकास कार्य किए जाएंगे।
  • इजराइल-हमास युद्ध तत्काल प्रभाव से समाप्त हो जाएगा और इजराइली सेना सभी हमले बंद कर देगी।
  • इजराइल द्वारा सार्वजनिक रूप से युद्धविराम स्वीकार करने के 72 घंटे के भीतर हमास को सभी इजराइली बंधकों को रिहा करना होगा।
  • हमास द्वारा बंधकों को छोड़ते ही इजराइल भी उम्रकैद की सजा काट रहे फिलिस्तीनी कैदियों सहित अन्य गाजा निवासियों को रिहा करेगा।
  • जो हमास लड़ाके सरेंडर करेंगे या गाजा छोड़ना चाहेंगे, उन्हें क्षमादान देकर सुरक्षित निकलने की अनुमति दी जाएगी।

इस फोन कॉल से एक बार फिर साफ हो गया कि मौजूदा क्षेत्रीय संकट के बीच भारत और ट्रंप की शांति पहल के बाद भी भारत और इजराइल अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

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