Israeli Parliament: नेतन्याहू बोले- ट्रंप हैं इजरायल के सबसे बड़े मित्र, गाजा शांति योजना को बताया ऐतिहासिक

PM Benjamin Netanyahu and Donald Trump
Israeli Parliament: इजरायल की संसद केसेट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान ट्रंप की मध्यस्थता से नेतन्याहू ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इसके बाद नेतन्याहू ने संसद को संबोधित करते हुए ट्रंप को अपना सबसे करीबी मित्र बताया।
नेतन्याहू ने कहा कि व्हाइट हाउस में ट्रंप इजरायल के अब तक के सबसे बड़े समर्थक रहे हैं और दोनों नेता क्षेत्रीय शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, "कोई भी अमेरिकी राष्ट्रपति इजरायल के लिए इतना नहीं कर सका, जितना ट्रंप ने किया।"
Prime Minister Benjamin Netanyahu has just met with US President @realDonaldTrump, at his Knesset office. pic.twitter.com/w4FtkVwUJA
— Prime Minister of Israel (@IsraeliPM) October 13, 2025
ट्रंप की गाजा शांति योजना का जिक्र करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि यह प्रस्ताव क्षेत्र में और उसके बाहर ऐतिहासिक शांति का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने जोर देकर कहा, "मैं इस शांति के लिए प्रतिबद्ध हूं, आप इस शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं, और हम सब मिलकर इसे हासिल करेंगे।"
#WATCH | Speaking in Israeli Parliament, PM Benjamin Netanyahu says, "...Donald Trump is the greatest friend Israel has had in the White House."
— ANI (@ANI) October 13, 2025
Video source: The White House/YouTube pic.twitter.com/5LHUi4xDEj
नेतन्याहू की सरकार ने पिछले सप्ताह ट्रंप की गाजा शांति योजना के पहले चरण को मंजूरी दी थी, लेकिन युद्ध समाप्त करने के लिए मतदान नहीं किया। ट्रंप ने कई बार कहा है कि युद्ध खत्म हो चुका है।
#WATCH | Speaking in Israeli Parliament, PM Benjamin Netanyahu says, " President Trump, we welcome you here to thank you for your pivotal leadership for the proposal that got the backing of the entire world. A proposal that brings all our hostages home. A proposal that ends the… pic.twitter.com/FKrUV5YsTn
— ANI (@ANI) October 13, 2025
हिब्रू में नेतन्याहू ने ट्रंप से कहा, "आप हमारे इतिहास में हमेशा याद किए जाएंगे। आपने हमारे बंधकों को वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।" इसके बाद अंग्रेजी में उन्होंने ट्रंप को यरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने, अमेरिकी दूतावास को वहां स्थानांतरित करने, गोलान हाइट्स पर इजरायली संप्रभुता को मान्यता देने, संयुक्त राष्ट्र में इजरायल का समर्थन करने, वेस्ट बैंक में इजरायली अधिकारों को मान्यता देने, अब्राहम समझौते की मध्यस्थता करने, ईरान परमाणु समझौते (जेसीपीओए) से हटने और जून में ईरान पर हमले के लिए धन्यवाद दिया।
नेतन्याहू ने अंत में कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप, आप व्हाइट हाउस में इजरायल के सबसे शानदार दोस्त हैं। धन्यवाद।"
