युद्ध का छठा दिन: ईरान ने इजरायल पर दागीं 25 मिसाइलें; खामेनेई बोले-'यहूदी पर दया नहीं करेंगे'

Israel-Iran War LIVE: ईरान-इजराइल के बीच 'हिंसक संघर्ष' अब खुली जंग में बदल गया है। दोनों देश पिछले 6 दिन से एक-दूसरे पर ताबड़तोड़ ड्रोन-मिसाइल दाग रहे हैं। इजरायल के हमलों में 224 ईरानी मारे गए। 1,481 लोग घायल हैं। ईरान के अटैक में इजरायल के 24 लोगों की मौत हुई। 600 से ज्यादा घायल हैं। बुधवार (18 जून) को ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने इजराइल के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। ऐलान होते ही ईरान ने इजराइल पर 25 मिसाइलें दागीं। जवाब में इजरायल ने 12 जगहों पर हमला किया। दोनों देशों के बीच संघर्ष जारी है।
We must give a strong response to the terrorist Zionist regime.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 17, 2025
We will show the Zionists no mercy.
'कोई दया नहीं दिखाएंगे'
खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा-जंग शुरू होती है। हम आतंकी यहूदी शासन को कड़ा जवाब देंगे। उन पर कोई दया नहीं दिखाएंगे। इस ऐलान के बाद ईरान ने इजराइल पर 25 मिसाइलें दागी हैं। खामेनेई के ऐलान के बाद से अब यह जंग कहलाएगी। दोनों देशों के बीच बढ़ते टकराव को युद्ध में बदलने का संकेत माने जा रहे हैं।
इजरायल ने भी दागीं मिसाइलें
ईरान के हमले के बाद इजरायल ने भी तेहरान पर मिसाइल दागना शुरू कर दिया है। इजराइली सेना ने तेहरान के निवासियों को चेतावनी दी है कि शहर के डिस्ट्रिक्ट 18 में सैन्य ठिकानों पर जल्द ही हमला किया जा सकता है। इस इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षा के लिए तुरंत यह इलाका छोड़ देना चाहिए।
ईरान पर हमला बोल सकता है अमेरिका
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान-इजराइल छिड़ी जंग में अमेरिका भी शामिल हो सकता है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कनाडा से लौटने के बाद व्हाइट हाउस में नेशनल सिक्योरिटी टीम के साथ बैठक की। अमेरिकी अधिकारी ने मीडिया को बताया कि ट्रम्प ईरान के फोर्डो न्यूक्लियर सेंटर पर हमला करने पर भी विचार कर रहे हैं। अमेरिका जल्द ईरान के न्यूक्लियर सेंटर पर बंकर-बस्टर बमों से हमला कर सकता है। ट्रम्प का मुख्य लक्ष्य ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को खत्म करना है।
जानिए कैसे शुरू हुई जंग
बता दें कि इजरायली सेना ने शुक्रवार (13 जून) को सुबह सबसे पहले ईरान पर पहला अटैक किया। हमले को Operation Rising Lion नाम दिया। इजरायल ने 200 फाइटर जेट से ईरान के 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया। इजराइल ने परमाणु और कई मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया था। हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी, ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी अली शामखानी और आईआरजीसी की एयरफोर्स के कमांडर आमिर अली हाजीजादेह सहित 14 वैज्ञानिक और 20 से ज्यादा मिलिट्री कमांडर मारे गए।
ईरान ने किया पलटवार
ईरान ने शनिवार (14 जून) को पलटवार किया। ईरान ने जवाबी हमले को 'ट्रू प्रॉमिस थ्री' नाम दिया। ईरान ने सैकड़ों मिसाइलें दागीं। ईरानी हमलों को देखते हुए इजराइली राष्ट्रपति को सुरक्षित ठिकाने पर शिफ्ट किया गया। ईरान ने इजराइल के तीन F-35 फाइजर जेट गिराने का दावा किया। ईरानी हमले में इजरायल में 24 लोगों की मौत। वहीं ईरान में 224 लोग मारे गए।
