ईरान-इजरायल तनाव: तेहरान में फंसे 300 भारतीय छात्रों की PM मोदी से गुहार; कहा - 'डॉक्टर बनने आए थे, अब ज़िंदा लौटा लो'

तेहरान में फंसे 300 भारतीय छात्रों की PM मोदी से गुहार; कहा - डॉक्टर बनने आए थे, अब ज़िंदा लौटा लो
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ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच तेहरान सहित अन्य शहरों में फंसे भारतीय मेडिकल छात्रों ने मोदी सरकार से भारत वापसी की गुहार लगाई है। धमाकों और पानी की कमी के बीच बेसमेंट में छिपे हैं।

Iran-Israel war 2025 : ईरान में इजरायली हमलों के बढ़ते प्रभाव के बीच वहां पढ़ाई कर रहे सैकड़ों भारतीय मेडिकल छात्रों ने भारत सरकार से तत्काल निकासी की मांग की है। छात्र भय और तनाव के माहौल में बेसमेंट में शरण लेकर रह रहे हैं। कुछ ने कहा है कि वे तीन-तीन दिन से सो नहीं पाए हैं।

ईरान में धमाकों के बीच डॉक्टर बनने का सपना अब डर में बदल गया है। तेहरान की शाहिद बेहेश्ती विश्वविद्यालय में पढ़ रहे थर्ड ईयर के छात्र इम्तिसाल मोहिदीन ने बताया कि शुक्रवार (13 जून) सुबह 2:30 बजे धमाके की तेज़ आवाज सुनकर हम बेसमेंट की ओर भागे। तब से सोए नहीं हैं।

इम्तिसाल मोहिदीन ने यह भी बताया कि तेहरान में उनके साथ 350 छात्र फंसे हैं। मेडिकल कॉलेज ने कक्षाएं स्थगित कर दी हैं। हॉस्टल में भी पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। वह जहां छिपे हुए हैं, उससे महज 5 किलोमीटर दूर जबरदस्त धमाके हो रहे हैं।

ईरान के तेहरान शहर में फंसे ज्यादातर ये छात्र जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। हंदवाड़ा के इम्तिसाल मोहिदीन, श्रीनगर) के फैजान नबी और सोपोर के मिदहत ने बताया कि समाचार एजेंसी ANIको बताया कि हम यहां डॉक्टर बनने आए थे, लेकिन अब सिर्फ एक ही ख्वाइश है कि किसी तरह से ज़िंदा भारत लौट आएं।

हालात गंभीर: पानी और इंटरनेट तक की दिक्कत
तेहरान शहर में फंसे भारतीय छात्रों ने बताया कि यहां हालात बहुत चिंताजनक हैं। अपेक्षाकृत शांत माने जाने वाले शहरों में भी गोलियों की आवाजें सुनाई दे रही हैं। इंटरनेट की रफ्तार इतनी धीमी है कि व्हाट्सएप पर मैसेज भेजना भी मुश्किल हो रहा है। हम लोगों को 3-4 दिन के लिए पीने का पानी स्टोर करने की सलाह दी गई है। मानसिक तनाव और परिवार का डर लगातार बढ़ रहा है।

निकासी मुश्किल, लेकिन मांग तेज़
वर्तमान में ईरान का हवाई क्षेत्र प्रतिबंधित है। ऐसे में वहां फंसे लोगों की वापसी कराना चुनौतीपूर्ण हो गया है। छात्रों का कहना है कि अगर युद्ध और गहराया तो फिर वापसी असंभव हो जाएगी। सरकार को अब निर्णय लेना होगा। युद्ध गहराने से पहले हर हालत में हमें भारत वापस लाया जाए।

भारतीय दूतावास ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
भारतीय दूतावास ने ईरान में फंसे नागिरिकों के लिए आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। व्हाट्सएप और टेलीग्राम समूहों के जरिए भी संपर्क कर जरूरी सलाह दी जा रहा है। सभी भारतीय नागरिकों को घर में रहने की सलाह दी गई है।

हेल्पलाइन और संचार के स्रोत

भारतीय दूतावास, तेहरान हेल्पलाइन: ईरान स्थित भारतीय दूतावास वेबसाइट

टेलीग्राम चैनल: “India in Iran – Student Updates”

आपातकालीन ईमेल: cons.tehran@mea.gov.in

ऑपरेशन गंगा जैसी पहल की जरूरत
ईरान में चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर रहे भारतीय छात्र इस समय न केवल पढ़ाई के दबाव में, बल्कि जान की चिंता में भी जी रहे हैं। भारत सरकार के लिए यह आवश्यक हो गया है कि वह ऑपरेशन गंगा या ऑपरेशन कावेरी जैसी पुनः निकासी पहल शुरू करे। ताकि, इन छात्रों को सुरक्षित देश वापसी दिलाई जा सके।

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