डोनाल्ड ट्रम्प का बड़ा एक्शन: ईरान से तेल खरीदने पर भारत की 6 कंपनियों पर ठोका प्रतिबंध

India Russian oil imports, Donald Trump Russia India, India-US trade, Trump Modi statement, India energy policy, Russian crude oil
X

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत के रूसी तेल खरीद को लेकर एक बड़ा बयान दिया

Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत पर बड़ा एक्शन लिया है। ट्रम्प ने ईरानी तेल और पेट्रोकेमिकल कारोबार में शामिल होने के आरोप में 6 भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत पर बड़ी कार्रवाई की है। ट्रम्प ने ईरानी तेल और पेट्रोकेमिकल कारोबार में शामिल होने के आरोप में 6 भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध ठोक दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने प्रतिबंधों की घोषणा की है। मंत्रालय का कहना है कि इन भारतीय कंपनियों ने ईरानी तेल और पेट्रोकेमिकल उत्पादों की खरीद-बिक्री में महत्वपूर्ण लेनदेन किए हैं, जो अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन है। आरोप है कि इन कंपनियों ने उसके प्रतिबंधों को दरकिनार करते हुए ईरान के साथ करोड़ों का कारोबार किया है।

इन कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध
अमेरिका ने अलकेमिकल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, ग्लोबल इंडस्ट्रियल केमिकल्स लिमिटेड, ज्यूपिटर डाई केम प्राइवेट लिमिटेड, रमणिकलाल एस. गोसालिया एंड कंपनी, पर्सिस्टेंट पेट्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड और कंचन पॉलिमर्स पर प्रतिबंध लगाया है। अमेरिका का आरोप है कि इन कंपनियों ने उसके प्रतिबंधों को दरकिनार करते हुए ईरान के साथ करोड़ों रुपए का कारोबार किया है।

किस कंपनी पर क्या हैं आरोप

  • अमेरिका ने अलकेमिकल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड पर पर 700 करोड़ से ज्यादा के ईरानी पेट्रोकेमिकल उत्पाद आयात करने का आरोप लगाया है।
  • ग्लोबल इंडस्ट्रियल केमिकल्स लिमिटेड पर 425 करोड़ से ज्यादा के ईरानी मेथनॉल सहित अन्य उत्पाद खरीदने का आरोप है।
  • ज्यूपिटर डाई केम प्राइवेट लिमिटेड पर टोल्यून समेत ईरानी उत्पादों का 49 मिलियन डॉलर का आयात करने का आरोप है।
  • इसी तरह रमणिकलाल एस. गोसालिया एंड कंपनी पर 22 मिलियन डॉलर के पेट्रोकेमिकल्स खरीदने का आरोप है।
  • पर्सिस्टेंट पेट्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड पर 14 मिलियन डॉलर का ईरानी मेथेनॉल आयात करने का आरोप है।
  • कंचन पॉलिमर्स पर 1.3 मिलियन डॉलर के ईरानी पॉलीइथिलीन उत्पाद खरीदने का आरोप है।

तुर्की, चीन, UAE की कंपनियों पर भी कार्रवाई
अमेरिका ने भारत के अलावा तुर्की, चीन, UAE और इंडोनेशिया की कुछ कंपनियों को भी निशाना बनाया है। अमेरिका के मुताबिक, ये कंपनियां ईरान के तेल व्यापार में सहयोग कर रही थीं। अमेरिका ने कहा है कि प्रतिबंधों का मकसद सजा देना नहीं, बल्कि व्यवहार में बदलाव लाना है। प्रतिबंधित कंपनियां अगर चाहें, तो अमेरिकी ट्रेजरी विभाग से प्रतिबंध हटाने की अर्जी दे सकती हैं।


ट्रम्प की पोस्ट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर लिखा-मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि भारत रूस के साथ क्या करता है। मुझे बस यही फर्क पड़ता है कि वे मिलकर अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को कैसे गिरा सकते हैं। हमने भारत के साथ बहुत कम व्यापार किया है, उनके टैरिफ़ बहुत ऊंचे हैं, दुनिया में सबसे ऊंचे। इसी तरह, रूस और अमेरिका भी लगभग कोई व्यापार नहीं करते। आइए इसे ऐसे ही रहने दें और रूस के असफल पूर्व राष्ट्रपति मेदवेदेव, जो खुद को अभी भी राष्ट्रपति समझते हैं उन्हें अपनी बातों पर ध्यान देने को कहें।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story