चार्ली किर्क हत्या: US राष्ट्रपति ट्रंप ने एंटीफा को घोषित किया प्रमुख आतंकवादी संगठन; ट्रुथ पर बताई वजह

US News: चार्ली किर्क की हत्या के बाद एंटीफा आतंकवादी संगठन घोषित;
Charlie Kirk murder case: अमेरिका में राजनीतिक तनाव एक बार फिर चरम पर है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सहयोगी चार्ली किर्क की हत्या के बाद एंटीफा को प्रमुख आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया। ट्रंप ने यह घोषणा अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर की।
डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एंटीफा को एक बीमार, खतरनाक और कट्टरपंथी वामपंथी आपदा, बताया है। अपने पोस्ट में लिखा कि मुझे अपने सभी अमेरिकी देशभक्तों को यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि मैं इसे प्रमुख आतंकवादी संगठन घोषित कर रहा हूँ। मैं यह भी दृढ़ता पूर्वक अनुशंसा करता हूँ कि एंटीफा को वित्त पोषित करने वालों की उच्चतम कानूनी मानकों और प्रथाओं के अनुसार गहन जाँच की जाए।
कौन थे चार्ली किर्क, कैसे हुई हत्या?
चार्ली किर्क (31) टर्निंग पॉइंट यूएसए के सह-संस्थापक, सीईओ और दक्षिण पंथी कार्यकर्ता थे। 10 सितंबर को यूटा वैली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। हमलावर ने किर्क की गर्दन में गोली मारी थी।
किसने की थी किर्क की हत्या?
किर्क की हत्या के बाद हमलावर फरार हो गए थे। पुलिस ने 22 वर्षीय टायलर रॉबिन्सन को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। अदालती दस्तावेज़ों के अनुसार, रॉबिन्सन ने अपने ट्रांसजेंडर साथी को मैसेज में हत्या की बात कबूली।
रॉबिन्सन ने बताया कि वह किर्क की नफ़रत से तंग था। कुछ नफ़रत को सुलझाया नहीं जा सकता। यूटा के गवर्नर स्पेंसर जे कॉक्स के अनुसार, आरोपी राजनीतिक रूप से सक्रिय और किर्क के विचारों का विरोधी था।
व्हाइट हाउस का दावा
डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने दावा किया कि किर्क द्वारा भेजे गए आखिरी संदेश में वामपंथी चरमपंथी समूहों के खिलाफ समन्वित कार्रवाई की बात कही गई थी। मिलर ने द चार्ली किर्क शो पॉडकास्ट पर कहा, संघीय सरकार सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर इन्हें समाप्त करेगी।
एंटीफा: कौन हैं ये लोग?
गैर-लाभकारी थिंक टैंक सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज़ (CSIS) के अनुसार, एंटीफा एक विकेंद्रीकृत अति-वामपंथी नेटवर्क है, जो खुद को फासीवाद विरोधी मानता है। ये समूह आमतौर पर दक्षिणपंथी रैलियों का विरोध करते हैं और सोशल मीडिया व एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स के ज़रिए अपनी गतिविधियाँ संचालित करते हैं।
पहले भी उठा चुके हैं मांग
यह पहला मौका नहीं है जब ट्रंप ने एंटीफा को आतंकवादी संगठन घोषित करने की बात कही हो। मई 2020 में भी उन्होंने ऐसी ही घोषणा की थी, लेकिन तब इसे औपचारिक रूप से लागू नहीं किया गया था।
स्रोत: NDTV, CSIS, Truth Social
