Bangladesh News: 17 साल बाद बांग्लादेश लौटे तारिक रहमान, ढाका में भव्य स्वागत; हिंसा और सियासी तनाव के बीच घर वापसी

BNP Leader Tarique Rahman Returns Bangladesh after 17 years
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बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान करीब 17 वर्षों के निर्वासन के बाद 25 दिसंबर, 2025 को बांग्लादेश लौट आए।

BNP के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान 17 साल के निर्वासन के बाद बांग्लादेश लौटे आए हैं। ढाका में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। छात्र नेता की हत्या और बम धमाकों से बांग्लादेश में सियासी तनाव बढ़ गया है।

Bangladesh News: बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान करीब 17 वर्षों के निर्वासन के बाद गुरुवार, 25 दिसंबर 2025 को बांग्लादेश लौट आए। वह वर्ष 2008 के बाद पहली बार अपने देश पहुंचे हैं। लंदन में लंबे समय तक रहने के बाद उनकी यह वापसी बांग्लादेश की राजनीति के लिए अहम मानी जा रही है, खासकर ऐसे समय में जब देश गंभीर राजनीतिक और सामाजिक तनाव से गुजर रहा है।

परिवार के साथ ढाका पहुंचे तारिक रहमान

तारिक रहमान अपनी पत्नी डॉ. जुबैदा, बेटी जाइमा और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बिमान बांग्लादेश एयरलाइंस की उड़ान से ढाका पहुंचे। विमान ने पहले सिलहट के ओस्मानी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कुछ समय के लिए ठहराव किया, जिसके बाद वे राजधानी पहुंचे। एयरपोर्ट पर BNP नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

एयरपोर्ट और राजधानी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

तारिक रहमान की वापसी को देखते हुए ढाका में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए। हज़रत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 24 घंटे के लिए आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। केवल वैध टिकट और पासपोर्ट रखने वाले यात्रियों को ही एयरपोर्ट में प्रवेश की अनुमति दी गई। अंतरिम सरकार और BNP के बीच सुरक्षा को लेकर लगातार समन्वय बना रहा।

आगामी चुनावों से पहले सियासी हलचल तेज

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार तारिक रहमान की वापसी फरवरी 2026 में प्रस्तावित आम चुनावों से पहले बड़ा सियासी संकेत मानी जा रही है। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान को प्रधानमंत्री पद का एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है, जिससे सत्ता संघर्ष और तेज होने की संभावना है।

बांग्लादेश में स्थिति तनावपूर्ण

तारिक रहमान की वापसी ऐसे समय पर हुई है जब बांग्लादेश पहले से ही तनावपूर्ण दौर से गुजर रहा है। हाल ही में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। इस घटना ने कानून-व्यवस्था और सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ढाका में बम धमाके से बढ़ी चिंता

हालात उस वक्त और बिगड़ गए जब ढाका के मोगबाजार इलाके में फ्लाईओवर से फेंके गए एक क्रूड बम की चपेट में आकर एक युवक की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार युवक आम नागरिक था और घटना के वक्त सड़क किनारे मौजूद था। इस वारदात ने आम लोगों में दहशत फैला दी है।

मीडिया संस्थानों पर हमले और प्रदर्शन

हिंसा के दौरान राजधानी ढाका में कुछ प्रमुख मीडिया संस्थानों के दफ्तरों में आगजनी की घटनाएं भी सामने आईं। कई पत्रकार लंबे समय तक इमारतों में फंसे रहे। छात्र संगठनों और सामाजिक समूहों ने दोषियों की गिरफ्तारी और त्वरित न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज कर दिए हैं।

भारत-बांग्लादेश संबंधों पर भी असर

बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की लिंचिंग की घटना के बाद भारत के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच कूटनीतिक स्तर पर भी तनाव देखा गया और एक-दूसरे के राजनयिकों को तलब किया गया।

सोशल मीडिया पर भावुक संदेश

बांग्लादेश की धरती पर कदम रखते ही तारिक रहमान ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह आखिरकार अपने देश की जमीन पर लौट आए हैं। उनके इस संदेश को समर्थकों ने भावनात्मक और राजनीतिक रूप से अहम माना।

तारिक रहमान की वापसी के साथ ही बांग्लादेश की राजनीति एक नए मोड़ पर पहुंचती नजर आ रही है। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि उनकी मौजूदगी देश के राजनीतिक समीकरणों और सुरक्षा हालातों को किस दिशा में ले जाती है।

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