बांग्लादेश में बवाल: फेमस सिंगर जेम्स के लाइव शो पर भीड़ का हमला, 20 से ज्यादा घायल

बांग्लादेश के फरीदपुर जिले में मशहूर सिंगर जेम्स के लाइव कॉन्सर्ट पर हमला।
James concert attack: बांग्लादेश में लगातार बढ़ रही हिंसा के बीच मशहूर सिंगर जेम्स के कॉन्सर्ट पर हमला हुआ है। यह कार्यक्रम राजधानी ढाका से करीब 120 किलोमीटर दूर फरीदपुर में आयोजित किया जाना था। कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही हालात तनावपूर्ण हो गए और भीड़ के हमले में कम से कम 25 छात्रों के घायल होने की खबर सामने आई है। हालात बिगड़ते देख प्रशासन के निर्देश पर कॉन्सर्ट को रद करने का फैसला लिया गया।
कैसे भड़की हिंसा?
बताया जा रहा है कि बांग्लादेश के एक स्कूल की वर्षगांठ पर शुक्रवार की रात को तकरीबन 9 बजे संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान कुछ बाहरी लोगों ने जबरन कॉन्सर्ट स्थल में घुसने की कोशिश की। एंट्री न मिलने पर उन्होंने दर्शकों और मंच की ओर पत्थर और ईंटें फेंकना शुरू कर दिया। हमलावरों ने मंच पर कब्जा करने की भी कोशिश की, जिससे कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। इस हमले में कम से कम 25 लोग घायल हुए हैं।
घटना के दौरान फरीदपुर जिला स्कूल के छात्रों ने साहस दिखाते हुए हमलावरों का विरोध किया, जिसके बाद भीड़ को पीछे हटना पड़ा। हालांकि हालात तनावपूर्ण बने रहने के कारण प्रशासन ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कॉन्सर्ट को रद्द करने का फैसला किया। बाद में आयोजकों ने मंच से आधिकारिक घोषणा कर कार्यक्रम निरस्त होने की जानकारी दी।
On Friday, 26 December, James, the iconic voice of Bangladeshi rock was scheduled to headline the 185th anniversary concert of Faridpur Zilla School. What should have been a celebration turned into chaos when an extremist group attacked the venue, vandalized property, and forced… pic.twitter.com/htpsEdxQys
— Dipanwita Rumi(দীপান্বিতা রুমী) (@dipanwitarumi) December 26, 2025
प्रशासन के निर्देश पर रद्द किया गया कार्यक्रम
आयोजन समिति के संयोजक मुस्तफिजुर रहमान शमीम ने रात करीब 10 बजे मंच से बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर जेम्स का प्रदर्शन रद्द किया जा रहा है। यह कार्यक्रम एक स्थानीय स्कूल की वर्षगांठ के मौके पर आयोजित किया गया था। फरीदपुर, ढाका से करीब 120 किलोमीटर दूर स्थित है।
जिस स्कूल की वर्षगांठ के लिए यह कार्यक्रम रखा गया था, वह फरीदपुर जिला स्कूल है, जिसकी स्थापना 1840 में ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी। यह संस्थान अपने 185 वर्षों का सफर पूरा कर चुका है और बांग्लादेश के पुराने शैक्षणिक संस्थानों में शामिल है।
तसलीमा नसरीन का तीखा बयान
इस घटना पर मशहूर बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने उग्र संगठनों पर सांस्कृतिक गतिविधियों को कुचलने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज जिहादी मानसिकता ने जेम्स जैसे कलाकार को मंच पर आने से रोक दिया। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पहले भी चायनॉट और उदिची जैसे सांस्कृतिक संस्थानों पर हमले हो चुके हैं।

पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
गौरतलब है कि तसलीमा नसरीन को भी अपने लेखन के चलते कट्टरपंथी संगठनों से जान से मारने की धमकियां मिली थीं, जिसके बाद उन्हें 1994 में बांग्लादेश छोड़ना पड़ा था। मौजूदा घटना ने एक बार फिर बांग्लादेश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सांस्कृतिक सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
