ट्रम्प सरकार के खिलाफ 'गदर': अवैध अप्रवासियों पर सख्ती से हिंसक प्रदर्शन, लॉस एंजिलिस में कर्फ्यू और इमरजेंसी लागू

Los Angeles Violence: अमेरिका की 'ट्रम्प सरकार' के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं। ट्रम्प के अवैध अप्रवासियों को बाहर निकालने के फैसले से लोग आक्रोशित हैं। लॉस एंजिलिस में 5 दिन से बवाल मचा है। हिंसक प्रदर्शन हो रहा है। हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बढ़ते प्रदर्शन के कारण शाम 6 बजे के बाद कर्फ्यू लग गया है। लॉस एंजिलिस की मेयर कैरन बैस ने इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ट्रम्प ने लॉस एंजिलिस में 4 हजार नेशनल गार्ड के अलावा 700 मरीन कमांडो को तैनात किया है। लॉस एंजिलिस पुलिस ने 1100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।
ट्रम्प ने दी चेतावनी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है। ट्रम्प ने कहा-अगर लॉस एंजिलिस में हिंसा जारी रही तो पूरे शहर में विद्रोह कानून लागू कर देंगे। कानून सरकार को हिंसा रोकने के लिए सैन्य बल का इस्तेमाल करने की इजाजत देता है। 14 जून को अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ और ट्रम्प का 79वां जन्मदिन है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि 14 जून को वॉशिंगटन डीसी में होने वाली आर्मी परेड में कोई प्रदर्शन करता है तो उसे सेना का सामना करना पड़ेगा।
अप्रवासियों के खिलाफ सख्त नियमों के खिलाफ प्रदर्शन
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने अप्रवासियों के खिलाफ सख्त नियम लागू किए हैं। नियमों का मकसद अवैध इमिग्रेशन को रोकना और बड़े पैमाने पर डिपोर्टेशन को बढ़ावा देना है। ट्रम्प ने अवैध प्रवासियों को देश से निकालने के लिए ऑपरेशन एट लार्ज की शुरुआत की है। नए नियम में अवैध अप्रवासियों का पंजीकरण होना अनिवार्य है। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
हिंसा में दो लोगों की मौत
ट्रम्प के इसी फैसले से प्रदर्शनकारी भड़क उठे। एक के बाद एक कई गाड़ियों में आग लगाई। अमेरिकी झंडे पर थूका और उसे जलाया। पांच दिन से हिंसक प्रदर्शन हो रहा है। सैन फ्रांसिस्को, डलास, ऑस्टिन, टेक्सास और न्यूयॉर्क जैसे शहरों में बवाल मचा है। हिंसा में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। लॉस एंजिलिस पुलिस ने अब तक 1100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया।