IPS पूरन कुमार की मौत: सुसाइड नोट में DGP का नाम- सच या सियासी चाल? देखिए पूरा वीडियो

haryana ips suicide case
हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले ने पूरे राज्य की कानून व्यवस्था को हिलाकर रख दिया है। 7 अक्टूबर को अपने चंडीगढ़ स्थित आवास पर गोली मारने वाले इस अधिकारी के सुसाइड नोट में कई बड़े नामों का जिक्र है, जिनमें हरियाणा DGP शत्रुजीत कपूर से लेकर आठ वरिष्ठ आईपीएस अफसर तक शामिल हैं। आरोप गंभीर हैं। जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न और अपमान। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है-
IPS वाई पूरन कुमार की मौत का जिम्मेदार कौन?
उलझती गुत्थी- सुलगते सवाल
इसी मुद्दे पर हरिभूमि और INH न्यूज के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने विशेष चर्चा की, जिसमें तीन बड़े चेहरे शामिल हुए-
- डॉ. टीना कर्मवीर, प्रवक्ता, AICC
- रामविलास शर्मा, भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री
- सूर्य कुमार शुक्ला, पूर्व डीजी
इन वक्ताओं ने इस पूरे मामले पर अपनी-अपनी राय रखी।
यहां देखिए पूरा वीडियो
डिबेट की प्रमुख बातें
भाजपा नेता रामविलास शर्मा ने कहा, “मुख्यमंत्री नायब सैनी ने साफ किया है कि चाहे कोई कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों न हो, बख्शा नहीं जाएगा। सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है।”
पूर्व डीजी सूर्य कुमार शुक्ला ने कहा, “यह बेहद दुखद घटना है, लेकिन कुछ लोग इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।”
वहीं, डॉ. टीना कर्मवीर ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “यह सरकार दलित अधिकारियों के खिलाफ काम कर रही है। हाथरस जैसे मामले इसकी गवाही देते हैं।”

