काम की खबर: सोना ₹9,356 गिरा, चांदी ₹31,000 टूटी; क्या आगे भी रहेगी गिरावट? जानिए एक्सपर्ट राय
Gold rate: दिवाली के बाद सोने-चांदी के भावों में आई अप्रत्याशित गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है। पिछले एक हफ्ते में सोने की कीमत ₹9,356 प्रति 10 ग्राम तक गिर चुकी है, जबकि चांदी में करीब ₹31,000 प्रति किलो की भारी गिरावट दर्ज की गई है।
अब सवाल उठता है...
- यह गिरावट क्यों आई?
- क्या इसमें और गिरावट होगी?
- सबसे अहम- निवेशकों को इस समय क्या करना चाहिए- खरीदें या बेचें?
INH की ‘चर्चा’ में क्या बोले विशेषज्ञ?
INH और हरिभूमि के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने इस मुद्दे पर अपने लोकप्रिय कार्यक्रम ‘चर्चा’ में दो खास मेहमानों से बात की और उनसे जाना कि आखिर क्या वजह है कि दिवाली के बाद लगातार सोने-चांदी के भाव में लगातार गिरावट दर्ज हुई है?
इस खास चर्चा में शामिल हुए-
- डॉ. सारथी आचार्य, आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ
- तिलोकचंद बरडिया, छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध ज्वेलर और AT Jewellers के संचालक
डॉ. सारथी आचार्य की राय
डॉ. आचार्य ने कहा कि सोने की कीमतें अर्थव्यवस्था का तापमान बताती हैं। उन्होंने ने कहा, ''जब भी सोने के दाम बढ़ते हैं, तो अर्थव्यवस्था में हलचल होती है और करेंसी कमजोर पड़ती है। निवेशकों को सलाह दी कि अगर किसी के पास बड़ी रकम निवेश के लिए है तो उसे मेटल (Gold & Silver) में निवेश करना चाहिए, न कि शेयर बाजार में।''
आचार्य का मानना है कि चांदी का औद्योगिक उपयोग लगातार बढ़ रहा है, इसलिए आने वाले समय में इसमें बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है।
तिलोकचंद बरडिया की राय
छत्तीसगढ़ के बड़े ज्वेलर और AT ज्वेलर्स के संचालक तिलोकचंद बरडिया ने कहा कि हाल के महीनों में वैश्विक स्तर पर तनाव की स्थिति के कारण सोने के दामों में तेजी आई थी। उन्होंने कहा, ''रूस-यूक्रेन, ईरान-इज़राइल और भारत-पाकिस्तान जैसे क्षेत्रों में भू-राजनीतिक तनाव के चलते सोना तेजी से चढ़ा था। लेकिन जैसे ही हालात थोड़े शांत हुए, दामों में गिरावट देखने को मिली।''
बरडिया ने निवेशकों को सुझाव दिया कि फिलहाल जल्दबाज़ी में खरीद या बिक्री न करें। उन्होंने कहा, ''अभी सोना बेचने का भी समय नहीं है, और खरीदने का भी नहीं। निवेशक थोड़ा स्थिर रहें, आने वाले दिनों में सही समय पर सोना खरीदने का मौका मिलेगा।''
साथ ही उन्होंने बताया कि निवेशक अगर चाहें तो सिल्लियां खरीदकर रख सकते हैं, जबकि महिलाओं और युवाओं के लिए यह समय गहनों की खरीदारी के लिए उपयुक्त है।
