गुजरात मॉडल: बीजेपी ने देश को चौंकाया, तीन साल में ही बदली पूरी कैबिनेट; जानिए ऐसा क्यों हुआ?
Gujarat Cabinet: देशदेशभर में इस वक्त जहां बिहार विधानसभा चुनाव की चर्चा जोरों पर है, वहीं भाजपा शासित गुजरात ने अचानक ऐसा राजनीतिक दांव चला दिया जिसने सबको चौंका दिया।
गुरुवार, 16 अक्टूबर को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के पूरे मंत्रिमंडल से इस्तीफे ले लिए गए। सभी 16 मंत्रियों ने पद छोड़ा और अगले ही दिन 26 सदस्यीय नई कैबिनेट की घोषणा कर दी गई। नई टीम में सिर्फ छह पुराने चेहरे रखे गए, बाकी पूरी तरह नए मंत्री शामिल किए गए।
गुजरात में विधानसभा चुनाव दिसंबर 2027 में होने हैं, यानी अभी दो साल से ज्यादा का वक्त बाकी है। ऐसे में भाजपा का यह कदम न सिर्फ अप्रत्याशित है बल्कि पूरे देश की राजनीति में हलचल पैदा कर गया है।
भूपेंद्र पटेल ने अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी बचा ली, लेकिन उनका मंत्रिमंडल पूरी तरह बदल गया।
अब बड़ा सवाल उठता है —
क्या मध्य प्रदेश, राजस्थान या छत्तीसगढ़ जैसे अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी ऐसी ही सर्जरी देखने को मिलेगी?
जहां-जहां मंत्रियों को लेकर असंतोष की खबरें हैं, वहां भाजपा क्या अब “गुजरात मॉडल” अपनाने वाली है?
राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज
इन्हीं सवालों पर हरिभूमि और inh News के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने विशेष चर्चा की।
चर्चा में शामिल हुए :
- कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत
- भाजपा प्रवक्ता रत्नाकर सिंह
- आम आदमी पार्टी के वैभव श्रीवास्तव
- वरिष्ठ पत्रकार मेहुल दूधरेजिया
इस बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता ने इस फैसले को “जनता के हित में लिया गया निर्णय” बताया,
जबकि विपक्ष ने इसे “लोकतंत्र का अपमान” और “सत्ता की असुरक्षा का संकेत” कहा।
वीडियो में देखिए किसने क्या कहा और भाजपा ने यह बड़ा दांव क्यों खेला?
