बिहार चुनाव 2025: बंपर वोटिंग का किसे होगा फायदा- सत्तारूढ़ NDA या विपक्षी महागठबंधन; देखिए चर्चा में बड़ा खुलासा

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में रिकॉर्ड वोटिंग हुई। महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा मतदान किया। अब सवाल उठता है—क्या इसका फायदा NDA को होगा या महागठबंधन को? देखें डॉ. हिमांशु द्विवेदी की खास चर्चा।

Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग ने इस बार एक नया इतिहास रच दिया है। गुरुवार को राज्य के 18 जिलों की 121 सीटों पर 64 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया, जो पिछले दो दशकों में सबसे ज्यादा है।

खास बात यह रही कि इस बार महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक वोट डाले। कई मतदान केंद्रों पर सुबह से ही महिला मतदाताओं की लंबी कतारें नजर आईं। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक महिलाओं की भारी भागीदारी देखने को मिली।

महिलाओं की बढ़ी भागीदारी से राजनीतिक समीकरण में हलचल

बढ़ी हुई वोटिंग को लेकर सत्तारूढ़ एनडीए (NDA) और विपक्षी महागठबंधन दोनों खेमों में उत्साह है। एनडीए इसे ‘विकास और विश्वास’ की जीत बता रहा है, जबकि महागठबंधन का कहना है कि जनता बदलाव चाहती है।

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, महिलाओं की रिकॉर्ड उपस्थिति यह संकेत देती है कि साइलेंट वोटर फैक्टर इस बार निर्णायक भूमिका निभा सकता है। इतिहास पर नजर डालें, नतीजे चौंकाने वाले रहे हैं।

अब सवाल यह है कि बंपर वोटिंग तो हो गई है, लेकिन इसका फायदा किसको होगा- NDA या महागठबंधन ?

इसी अहम सवाल पर INH और हरिभूमि के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने सबसे चर्चित कार्यक्रम “चर्चा” में गहराई से विश्लेषण किया।

कार्यक्रम में शामिल हुए

  • भाजपा प्रवक्ता- कुमकुम भारद्वाज
  • राजद प्रवक्ता- डॉ. बादशाह आलम
  • वरिष्ठ पत्रकार-अजय शुक्ला

तीनों ने बिहार की ऐतिहासिक वोटिंग, महिला मतदाताओं की बढ़ती भूमिका और अगले चरणों पर संभावित असर पर अपने तर्क रखे। चर्चा के दौरान जो बातें निकलकर आईं, वो चौंकाने वाली हैं।

बिहार की ऐतिहासिक वोटिंग के मायने क्या? क्या मतदाताओं का यह उत्साह एनडीए के लिए शुभ संकेत है या विपक्ष के लिए नई उम्मीद?

यहां देखें "चर्चा" में सबसे सटीक विश्लेषण


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