अब तक 22 विधायको को मिली धमकी, पहली नजर में प्रोफेशनल हैकर का काम

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By - टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्ली |24 May 2018 1:03 PM
उत्तर प्रदेश में विधायकों को मिल रही धमकी के मामले में प्रथम दृष्टया जांच में यह काम प्रोफेशनल हैकर का लगता है जो कि संभवत: दुष्प्रचार करने और माहौल को खराब करने के लिये किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में विधायकों को मिल रही धमकी के मामले में प्रथम दृष्टया जांच में यह काम प्रोफेशनल हैकर का लगता है जो कि संभवत: दुष्प्रचार करने और माहौल को खराब करने के लिये किया जा रहा है। अभी तक प्रदेश के 22 विधायकों को धमकी भरे संदेश मिले हैं जिनमें उनसे कथित तौर पर पैसे की मांग की गयी है।
एडीजी (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने आज ‘पीटीआई-भाषा' से कहा 'हम इस पर काम कर रहे हैं, अभी तक हमारी जानकारी के अनुसार 22 विधायकों ने ऐसी धमकी मिलने की शिकायत की है। कुछ इसी तरह के संदेश राजस्थान, भोपाल और नयी दिल्ली में भी लोगो को मिले हैं।'
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उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह काम प्रोफेशनल हैकर का है जो कि ऐसे धमकी भरे संदेश भेजने के लिये प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल कर रहे हैं। संभवत: दुष्प्रचार करने और माहौल को खराब करने के लिये किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा' से कल बातचीत में कहा था, 'हमने इस मामले में एसआईटी का गठन किया है। जो भी व्यक्ति यह संदेश भेज रहा है वह प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल कर रहा है। पुलिस दल आईपी एड्रेस से इस व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है।'
विधायकों को भेजे गये सभी संदेशों में दुबई के अली बुद्धेश भाई का नाम है और वह दावा कर रहा है कि वह दाऊद का आदमी है। यह व्यक्ति 10 लाख रूपये की मांग विधायकों से कर रहा है। इन 22 विधायकों में ज्यादातार भारतीय जनता पार्टी के हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल एक बयान में वाट्सएप पर मैसेज भेजकर विधायकों को धमकी दिए जाने के प्रकरण का संज्ञान लेते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) से इस प्रकरण के सभी तथ्यों की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिए कि तत्काल एटीएस और एसटीएफ के माध्यम से प्रकरण की गम्भीरता से जांच की जाए।
प्राथमिकी दर्ज कराने वाले विधायकों का कहना है कि उन्हें जो मैसेज मिला है उसमें दस लाख रूपये तीन दिन के भीतर देने के लिए कहा गया है अन्यथा परिवार के सफाये की धमकी दी गयी है।
विधायक वीर विक्रम सिंह (मीरनपुर कटरा, शाहजहांपुर), प्रेम प्रकाश पाण्डेय (तरबगंज, गोण्डा), विनय कुमार द्विवेदी (मेहनौम, गोण्डा), विनोद कटियार (भोगनीपुर, कानपुर), शशांक त्रिवेदी (महोली, सीतापुर) और अनीता राजपूत (डिबाई, बुलंदशहर) को एक जैसी धमकी मिली है। विधायकों को धमकी दिये जाने के मामले में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को घेरते हुये प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त होने की बात कही है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बयान में कहा कि भाजपा की सरकार में समाज का कोई वर्ग सुरक्षित नही है। विधायकों को खुलेआम धमकी भरे संदेश देकर फिरौती मांगी जा रही है, इससे साबित होता है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता एवं महासचिव अरूण प्रकाश सिंह ने कहा कि भयमुक्त और अपराधमुक्त प्रदेश का नारा देकर सत्ता में आई भाजपा के शासनकाल में कानून व्यवस्था का आलम यह है कि आज भाजपा के विधायक ही भयभीत हैं।
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