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BSNL Master Plan : एयरटेल और जियो जैसी स्थापित टेलीकॉम कंपनियों के वर्चस्व को कम करने के लिए BSNL ने वोडाफोन-आइडिया के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई है। वहीं, अब गेंद केंद्र सरकार के पाले में है। 

BSNL New Plan : भारत सरकार की टेलीकॉम कंपनी BSNL का एक समय में देश के गांव-गांव में अपना नेटवर्क हुआ करता था, लेकिन अब शहरी क्षेत्रों में इसका दायरा सिमटकर रह गया है। इसकी जगह जियो और एयरटेल ने ले ली है। वहीं, BSNL के यूजर धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं। 

क्या है BSNL का प्लान
बीएसएनएल यूज़र्स की संख्या में पिछले कुछ सालों में काफी ज्यादा गिरावट आई है। ऐसे में बीएसएनएल ने अपने ग्राहकों को जोड़े रखने और पुराने ग्राहकों को वापस बुलाने के लिए एक नए मास्टर प्लान के साथ आया है। इसके लिए सरकार को चिट्ठी भी लिखी है। बीएसएनएल ने सरकार से कहा है कि वो अपनी 4G सर्विस को पूरे देश में पहुंचाने के लिए वोडाफोन-आइडिया कंपनी के 4जी नेटवर्क का इस्तेमाल करना चाहते हैं। बीएसएनएल ने इसके लिए सरकार से इजाजत मांगी है। 

आपको बता दें कि वोडाफोन-आइडिया कंपनी में भारत सरकार की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है। यह करीब 33.1 फीसदी है। इसका मतलब यह है कि अगर सरकार चाहे तो वो वोडाफोन-आइडिया के 4जी नेटवर्क का इस्तेमाल बीएसएनएल के लिए कर सकती है। 

सरकार को लिखा पत्र
दरअसल, बीएसएनएल की चिंता को जाहिर करते हुए बीएसएनएल कर्मचारी यूनियन ने आईटी मिनिस्टर अश्विणी वैष्णव को एक पत्र लिखा था, जिसमें कंपनी ने कहा था कि बीएसएनएल टेलिकॉम कंपनी का नेटवर्क देश के हर हिस्से में उपलब्ध नहीं है। इस वजह से देश के जिन हिस्सों में बीएसएनएल का नेटवर्क मौजूद नहीं है, वहां वोडाफोन आइडिया के 4जी नेटवर्क का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाए, क्योंकि इन दोनों टेलीकॉम कंपनियों में सरकार की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है। 

बीएसएनएल ने सरकार से कहा कि BSNL के पास देश के हर हिस्से में 4जी सर्विस उपलब्ध नहीं है। दूसरा, जियो और एयरटेल अपने यूजर्स को 5जी सर्विस दे रही है। इसके चलते खुद BSNL के यूजर्स जियो और एयरटेल की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। उनकी तरफ शिफ्ट हो रहे हैं। यही वजह है कि BSNL के प्रशासन ने सरकार से यह मांग की है कि BSNL वोडाफोन-आइडिया का 4जी नेटवर्क इस्तेमाल करके अपनी 4जी सर्विस को पूरे देश में फैला दें। 
 

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