india-Pakistan Tension: बिजली और नेटवर्क गायब? ऐसे करें ब्लैकआउट में फोन का स्मार्ट यूज

india-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच हालात दिन-ब-दिन तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। सीमावर्ती इलाकों में जंग जैसे माहौल ने आम जनता की चिंता बढ़ा दी है। ऐसी परिस्थितियों में ब्लैकआउट यानी बिजली और नेटवर्क सेवाओं का बंद हो जाना आम बात हो सकती है। ऐसे हालात में मोबाइल फोन सिर्फ संपर्क का साधन ही नहीं, बल्कि एक जरूरी जीवन रक्षक डिवाइस भी बन सकता है। जानिए, ब्लैकआउट के दौरान फोन का स्मार्ट यूज कैसे करें ताकि आप मुश्किल घड़ी में भी सुरक्षित और अपडेटेड रहें।
ब्लैकआउट में स्मार्टफोन का ऐसे करें स्मार्ट यूज
1. बैटरी सेवर
ब्लैकआउट के दौरान पावर कट किया जा सकता है, जिससे चार्जिंग का कोई भरोसा नहीं होता। ऐसे में फोन की बैटरी को बचाकर रखना सबसे जरूरी है। इसलिए, सबसे पहले फोन को Battery Saver Mode में डालें। साथ ही, ब्लैकआउट के समय यदि आप फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो स्क्रीन ब्राइटनेस कम करें। अनावश्यक ऐप्स को बंद करें और बैकग्राउंड में चल रहे ऐप्स को फोर्स स्टॉप करें। इसके अलावा, जब जरूरी न हो तब फोन को Airplane Mode में डाल दें।
2. फोन को बनाएं टॉर्च और रेडियो
ब्लैकआउट के समय बिजली और नेटवर्क सेवाओं का बंद हो जाना आम बात है। ऐसे में आप अपने फोन को इनबिल्ट टॉर्च और FM रेडियो के तौर पर यूज कर सकते हैं। आमतौर पर स्मार्टफन में इनबिल्ट टॉर्च और FM रेडियो होता है। ऐसे में, टॉर्च की मदद से अंधेरे में देखा जा सकता है और FM रेडियो आपको बिना इंटरनेट के स्थानीय और राष्ट्रीय समाचारों से अपडेट रख सकता है।
3. पावर बैंक और सोलर चार्जर रखें तैयार
ब्लैक आउट के समय पूरे इलाके का पावर कट कर दिया जा सकता है। ऐसे में कोई दुर्घटना से बचने या संपर्क करने के लिए आपके पास एक या दो पूरी तरह चार्ज पावर बैंक जरूर होने चाहिए। इससे मुश्किल समय में आप किसी से संपर्क कर सकेंगे।
4. ऑफलाइन सेवाओं का उपयोग करें
ब्लैकआउट में नेटवर्क और इंटरनेट बंद हो सकता है। ऐसे में ऑफलाइन मैप्स पहले से डाउनलोड कर लें (जैसे Google Maps का Offline Mode)। इसके अलावा, ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स (ID, मेडिकल रिपोर्ट, आदि) PDF फॉर्म में फोन में सेव रखें। साथ ही, नोटपैड ऐप में इमरजेंसी नंबर और एड्रेस सेव करके रखें।
5. संपर्क में रहने के विकल्प तैयार रखें
जिन लोगों से संपर्क जरूरी है, उनके SMS या कॉलिंग नंबर को Shortlist कर लें। यदि नेटवर्क कमज़ोर हो तो टेक्स्ट मैसेज (SMS) करें, क्योंकि मैसेज कॉल से बेहतर पहुंचते हैं। वहीं, FireChat या Bridgefy जैसे ऐप्स ब्लूटूथ और WiFi Direct से पास के लोगों से ऑफलाइन मैसेजिंग की सुविधा देते हैं, इन्हें पहले से इंस्टॉल कर लें।
6. इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम और ऐप्स
Aarogya Setu, COWIN, या राज्य सरकार की इमरजेंसी अलर्ट ऐप्स को फोन में रखें। Google SOS Alerts और Trusted Contacts जैसे फीचर भी एक्टिवेट करें।
