वाचक: इंदौर के युवा का कमाल, बना दिया भारत का पहला स्वेदशी ड्रोन

‘वाचक’: इंदौर के युवा का कमाल, बना दिया भारत का पहला स्वेदशी ड्रोन
Indian Drone Remote System: इंदौर की डीप-टेक कंपनी प्रीसव टेक्नोलॉजी ने पहला स्वदेशी ड्रोन रिमोट कंट्रोल सिस्टम 'वाचक' लॉन्च किया है। भारत के की स्पेस टेक्नालॉजी के लिए यह ऐतिहासिक उपलब्धि है। इससे न सिर्फ टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बढ़ेगी, बल्कि सुरक्षा और डेटा प्राइवेसी के लिहाज़ से भी यह बेहद महत्वपूर्ण कदम है।
प्रीसव के संस्थापक अभिषेक मिश्रा ने बताया कि ‘वाचक’ पूरी तरह भारतीय तकनीक पर आधारित है। किसी भी हालत में इसे हैक या जाम नहीं किया जा सकता। अभिषेक के मुताबिक, यह ड्रोन पूरी तरह से सुरक्षित और विशेष फ्रीक्वेंसी पर संचालित होता है।
भारत में उपयोग होने वाले लगभग सभी ड्रोन के रिमोट कंट्रोल यूनिट्स में चीनी या अन्य विदेशी कंपोनेंट्स लगे हुए हैं। यहां तक कि मेड इन इंडिया ड्रोन में भी विदेशी कंपोनेंट्स यूज किए गए हैं, लेकिन न सिर्फ 'वाचक' बल्कि इसमें उपयोग सभी कंपोनेंट्स पूरी तरह से स्वदेशी हैं।
कहाँ होगा 'वाचक' का उपयोग
प्रीसव टेक्नोलॉजी द्वारा डेलवप किया गया स्वदेशी ड्रोन कंट्रोल सिस्टम "वाचक" का उपयोग भारतीय सेना और डिफेंस मिशन, पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियों, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्सेस, संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी और उच्च स्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण केंदों में किया जाएगा।
पेटेंट फाइलिंग की प्रक्रिया शुरू
प्रीसव टेक्नोलॉजी के संस्थापक अभिषेक मिश्रा ने बताया कि "वाचक" के लिए भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट फाइलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यदि यह स्वीकृत होता है तो भारत का यह पहला पेटेंटेड स्वदेशी ड्रोन कंट्रोल सिस्टम कहलाएगा।

प्रीसव के अन्य इनोवेशन
प्रीसव टेक्नोलॉजी ने वाचक से पहले भी कई ड्रोन रिमोट कंट्रोल सिस्टम डेवलप किए हैं। "नभ रक्ष" डिफेंस ड्रोन, AI-बेस्ड एंटी-ड्रोन सिस्टम और AR/AI आधारित शिक्षण प्लेटफॉर्म प्रीसव टेक्नोलॉजी की प्रमुख उपलब्धियां हैं।
सांसद शंकर लालवानी ने दी बधाई
इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने प्रीसव टेक्नोलॉजी की पूरी टीम को बधाई दी है। कहा, भारत के लिए यह गर्व का क्षण है। भारत की स्टार्टअप ताकत अब सिर्फ सॉफ्टवेयर नहीं, बल्कि हार्डवेयर और डिफेंस सिस्टम में भी वैश्विक मंच पर पहचान बना रही है।
