Uttarakhand Weather Update: मसूरी में बारिश से तबाही, मकानों पर मंडराया खतरा, SDM ने किया दौरा

उत्तराखंड के मसूरी में मूसलधार बारिश
(रिपोर्ट: सुनील सोनकर) मसूरी। उत्तराखंड की प्रसिद्ध हिल स्टेशन मसूरी में पिछले कई दिनों से जारी मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश के कारण कई इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। सड़कों पर मलबा जमा हो गया है, दीवारों में दरारें आ गई हैं और कई रिहायशी इमारतें खतरे की जद में आ गई हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम मसूरी कुमकुम जोशी ने बुधवार को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने लंढौर बाजार रोड के 'सिंकिंग ज़ोन' और मोतीलाल नेहरू मार्ग जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में निरीक्षण किया, जहां लगातार जमीन धंसने और भारी भूस्खलन की वजह से सड़कों और मकानों को नुकसान पहुंचा है।
मकान खाली करने का निर्देश
SDM ने स्थानीय भवन मालिकों को तीन दिनों के भीतर मकान खाली कराने के सख्त निर्देश दिए हैं, ताकि किसी भी संभावित जान-माल के नुकसान से बचा जा सके। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों की टीम ने मौके पर जाकर स्थिति का आंकलन किया और खतरे में आए इलाकों को चिन्हित किया।
पेड़ गिरने से बिजली बाधित, आपदा नियंत्रण टीम एक्टिव
हैप्पी वैली क्षेत्र में पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी, जिसे लेकर एसडीएम ने वन विभाग को तत्काल पेड़ हटाने और विद्युत विभाग को बिजली बहाल करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार मोतीलाल नेहरू मार्ग पर भी चट्टानों और मलबे के कारण मार्ग पूरी तरह बंद हो गया था। SDM ने लोक निर्माण विभाग को सड़क को शीघ्र खोलने का निर्देश दिया है।
प्रशासन हाई अलर्ट पर
एसडीएम कुमकुम जोशी ने जानकारी दी कि प्रशासन पहले ही आपदा संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर चुका है और राहत कार्य के लिए टीमें अलर्ट मोड में हैं। मसूरी का आपदा नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सक्रिय है और अधिकारी लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।
उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे अफवाहों से बचें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सूचना दें। सरकार और प्रशासन हर संभव सहायता को तत्पर हैं।
