बरेली विधवा पेंशन घोटाला: अपात्रों को पेंशन देने वाले बिचौलियों और सत्यापनकर्ताओं पर गिरेगी गाज

अपात्रों को पेंशन देने वाले बिचौलियों और सत्यापनकर्ताओं पर गिरेगी गाज
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SDM की जांच में सामने आया है कि बिचौलियों ने सुहागिनों के पति के नाम का फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाया।

बरेली के विधवा पेंशन घोटाले में 61 सुहागिनों द्वारा अपात्र होते हुए भी पेंशन लेने की पुष्टि हुई है। DM अविनाश सिंह ने SDM की जांच रिपोर्ट SSP को सौंप दी है।

बरेली : बरेली के आंवला तहसील क्षेत्र में विधवा पेंशन योजना में हुए बड़े घोटाले पर अब पुलिस कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सौंप दी है, जिसमें SIT गठित कर विस्तृत जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में 61 सुहागिन महिलाओं द्वारा विधवा पेंशन लेने की पुष्टि हुई है, जिनसे 23.86 लाख की वसूली भी की जानी है।

DM की रिपोर्ट के बाद पुलिस सीट का गठन

जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने SDM आंवला द्वारा पांच महीने तक की गई जांच रिपोर्ट को एसएसपी को भेजा है। जिलाधिकारी ने इस रिपोर्ट में कई तथ्यों को अधूरा मानते हुए पुलिस से ही विशेष जांच दल गठित कर पूरे प्रकरण की गहनता से जांच कराने का फैसला किया है।

जांच का उद्देश्य अनियमितताओं में शामिल बिचौलियों के साथ-साथ सत्यापनकर्ताओं और विभागीय कर्मचारियों की भूमिका का पता लगाना है। जिलाधिकारी ने बताया कि कमिश्नर के निर्देश पर एक अन्य मामले में SP दक्षिणी द्वारा कार्रवाई की गई थी, उसी क्रम में SSP को SIT गठित कर विस्तृत जांच के लिए कहा गया है।

61 सुहागिनों से 23.86 लाख की वसूली

आंवला तहसील क्षेत्र में कुल 61 सुहागिन महिलाओं के विधवा पेंशन लेने की पुष्टि हुई है। जांच में सामने आया है कि ये सभी महिलाएं अपात्र थीं, लेकिन इनके खातों में पेंशन की विभिन्न किस्तों के रूप में विभाग के स्तर से 1.23 करोड़ रुपये भेजे गए थे। हालांकि, वसूली की कार्रवाई 61 अपात्र महिलाओं से 23.86 लाख रुपये की पेंशन राशि की चल रही है।

जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा इन महिलाओं से वसूली के लिए नोटिस भी जारी की गई है। प्रत्येक महिला से 14 हजार से लेकर 69 हजार तक की वसूली की जानी है।

दलाल सक्रिय, मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने में मिलीभगत

पुलिस ने चार नवंबर को इस मामले का खुलासा करते हुए 56 सुहागिनों के विधवा पेंशन और दो अपात्रों के वृद्धावस्था पेंशन लेने की बात पुष्ट की थी और इस दौरान चार बिचौलियों को गिरफ्तार भी किया था। SDM की जांच में सामने आया है कि बिचौलियों ने सुहागिनों के पति के नाम का फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाया।

आलमपुर जाफराबाद ब्लॉक के गांव भीमपुर की देवरानी-जेठानी के पतियों के जीवित होने के बावजूद वे छह साल से पेंशन ले रही थीं। परवीन ने बताया कि दलालों ने महामाया पेंशन बनवाने के लिए उनसे कागजात और 3 हजार लिए थे, तथा पहली किस्त की धनराशि भी ले ली थी।

विभागीय सहयोग न मिलने से जांच में देरी

SDM विदुषी सिंह ने पांच महीने में जांच पूरी कर DM को रिपोर्ट सौंपी थी। SDM के मुताबिक, उन्हें सत्यापनकर्ताओं के नाम पता नहीं चल सके, क्योंकि BDO और जिला प्रोबेशन अधिकारी की तरफ से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला।

DM ने भी जांच रिपोर्ट में अनियमितताएं मिलने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि जांच के दौरान पेंशन योजना में काफी गड़बड़ी पाई गई है। अब सीट की विस्तृत जांच में इस पूरे नेटवर्क को खंगालने की उम्मीद है, जिसमें बिचौलियों के साथ-साथ विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता भी सामने आ सकती है।


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