यूपी: काशी-अयोध्या के बाद विंध्याचल यूपी का अगला बड़ा धार्मिक केंद्र!

मिर्जापुर: काशी और अयोध्या के बाद अब मीरजापुर का विंध्याचल उत्तर प्रदेश का अगला बड़ा धार्मिक पर्यटन केंद्र बनकर उभर रहा है। मां विंध्यवासिनी मंदिर की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है और उम्मीद है कि इस साल यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या एक करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान है।
आंकड़े बोल रहे हैं कहानी
इस साल के पहले छह महीनों में ही 64 लाख से ज़्यादा श्रद्धालु विंध्याचल पहुंच चुके हैं। यह आंकड़ा पिछले साल के कुल 78 लाख के आंकड़े को आसानी से पार कर जाएगा। पर्यटकों की यह बढ़ती संख्या विंध्याचल के साथ-साथ अष्टभुजा मंदिर और काली खोह मंदिर जैसे अन्य धार्मिक स्थलों पर भी भीड़ बढ़ा रही है। अकेले अष्टभुजा मंदिर में इस साल अब तक 38 लाख से ज़्यादा भक्त आए हैं।
सरकार की पहल से मिल रहा विकास को बल
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए योगी सरकार लगातार काम कर रही है। सरकार अष्टभुजा और काली खोह मंदिर क्षेत्र का भी कॉरिडोर शैली में पुनर्विकास कर रही है, जिससे भक्तों को बेहतर अनुभव मिलेगा। सड़कों, घाटों और परिवहन सुविधाओं को उन्नत किया जा रहा है, ताकि आने-जाने में कोई परेशानी न हो। इसके अलावा, शाम की गंगा आरती को और भव्य बनाने के लिए विशेष मंच भी बनाए जा रहे हैं।
धार्मिक नहीं, ईको-टूरिज्म का भी केंद्र
विंध्याचल सिर्फ एक धार्मिक ही नहीं, बल्कि ईको-टूरिज्म का भी बड़ा केंद्र बन रहा है। यहां ग्रामीण होम-स्टे, हस्तशिल्प और स्थानीय व्यंजनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिससे भी इस क्षेत्र की लोकप्रियता बढ़ा रहा है। यह सब मिलकर विंध्याचल को एक संपूर्ण पर्यटन स्थल बना रहे हैं, जो हर तरह के पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
सोर्स: लखनऊ हरिभूमि ब्यूरो
